हरियाणवी स्किट देती है समाज को नया संदेश
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : हरियाणवी स्किट समाज के संदेश देने का सशक्त माध्यम है। इसके
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
हरियाणवी स्किट समाज के संदेश देने का सशक्त माध्यम है। इसके जरिये समाज में नई चेतना जागृत की जा सकती है। इसके जरिये न केवल सामाजिक बुराइयों पर चोट की जाती है, बल्कि समाज किस दिशा में चलना है, इस बारे में अलख जगाई जाती है। यह कहना है कि ¨हदू कन्या महाविद्यालय जींद की छात्राओं का।
हरियाणवी स्किट में प्रस्तुति देने पहुंची छात्रा नैंसी, सोनिया, कुसुम, सीमा व सोनिया ने बताया कि उन्होंने कुर्बानी कोख की विषय पर आधारित स्किट तैयार की है, जिसमें दिखाया गया है कि एक फौजी सरहद पर शहीद हो जाता है। सैनिक की शहादत पर उसकी मां कहती है कि उसका एक ओर बेटा होता तो वह उसे भी सरहद की रक्षा करने के लिए भेजती।
प्रतिभागियों का कहना है कि स्किट में पहली बार हिस्सा ले रही हैं, इसलिए प्रस्तुति से पहले वे थोड़ी असमंजस की स्थिति में हैं, फिर भी उनका प्रयास है कि वे मंच पर बेहतर प्रस्तुति दें ताकि दर्शकों का उत्साह उनका हौसला बढ़ा सके। टीम इंचार्ज डॉ. आरती सैनी का कहना है कि शहीदों के प्रति हर किसी के मन में सम्मान है, मगर उसकी मां की क्या दशा होती है, इसको स्किट के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है।
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स्किट सोच बदलने का माध्यम
भगवान परशुराम कॉलेज के विद्यार्थियों ने सोच बदलो, देश बदलो विषय पर हरियाणवी स्किट प्रस्तुत की। स्किट में हिस्सा लेने वाले छात्र मनदीप ¨सह, अजय कौशिक, विशाल शर्मा व आयुष राज कहना है कि उन्होंने वर्तमान में भ्रष्टाचार बढ़ गया है, इसलिए उन्होंने ब्रह्मा, विष्णु व महेश के जरिये स्वर्ग लोक और नेताओं व पुलिस के जरिये भ्रष्टाचार के तंत्र को दिखाया। स्टिक सोच बदलने का सबसे सशक्त माध्यम है। नेताओं के कारण सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार फैल रहा है, जिस पर अंकुश लगाना जरूरी है।
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चौपाल के किसान का नहीं कोई सानी
हरियाणवी परिधान से लेकर चौपाल में किसान की भूमिका में धमाल मचाने वाले अनिल शर्मा का कोई सानी है। उन्होंने हरियाणवी परिधान में लगातार चार बार प्रथम स्थान हासिल किया, जबकि चौपाल में ऐसी धाक जमाई कि हर बार कुवि की टीम चैंपियन बनी। नाटकों व चुटकलों के जरिये मंचों पर हास्य कलाकार की भूमिका निभाने वाले अनिल शर्मा बताते हैं कि हास्य नाटकों में उसने अहम भूमिका निभाई। इस बार वह विधाओं में हिस्सा नहीं ले रहा है। मंच पर कार्यक्रमों की रूप रेखा तैयार करने में एंकर की भूमिका निभा रहे हैं।