छात्रावासों की फीस बढ़ाने के विरोध में छात्रों ने किया प्रदर्शन
फोटो संख्या- 3 जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई
फोटो संख्या- 3
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) की विश्व विद्यालय इकाई के सदस्यों ने छात्रावास की बढ़ी हुई फीस के विरोध में चीफ वार्डन कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। फीस कम करने की मांग करते हुए विद्यार्थियों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और चीफ वार्डन को ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों ने कहा कि प्रशासन की ओर से दाखिला के समय छात्रावासों की फीस में भारी वृद्धी की और छात्रों पर पहली बार वाई-फाई की मरम्मत के नाम पर अतिरिक्त चार्ज लगाया था। स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया के विश्विद्यालय सचिव विकास ने कहा कि उसके विरोध में छात्रों ने सितंबर में ही प्रदर्शन किया था और एसएफआइ के सदस्यों ने इस मामले को लेकर भूखहड़ताल की थी। उस समय कुवि कुलसचिव डॉ. प्रवीण सैनी ने विद्यार्थियों को आश्वासन दिया था कि बढ़ी फीस वापस ले ली जाएगी जिसके बाद उन्होंने भूखहड़ताल समाप्त कर दिया था। स्वयं कुलसचिव ने भूखहड़ताल पर बैठे विद्यार्थियों को जूस पिलाकर उठाया और वायदा किया था कि बढ़ी हुई फीस जो ले ली गई है उसे दूसरी इंस्टालमेंट में एडजस्ट कर दिया जाएगा। वहीं अब भी प्रशासन की ओर से दूसरी बार बढ़ी हुई फीस ली जा रही है जो छात्रों के हितों पर कुठाराघात है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने पहली बार विश्वविद्यालय परिसर में छात्रावासों में रहने वाले छात्रों पर वाई-फाई की मरम्मत 180 रुपये फीस लगाई थी। जबकि वाई-फाई को कर्मचारी और शिक्षक यहां तक की स्वयं प्रशासनिक अधिकारी भी प्रयोग करते हैं वो मरम्मत फीस क्यों नहीं दे रहे हैं। इसके अलावा फीस लेने के बाद भी इंटरनेट की स्थिति खराब हुई है। कई छात्रावासों में तो इंटरनेट के रूटर भी नहीं हैं। विश्वविद्यालय महाविद्यालय सचिव मोहित ने कहा कि विद्यार्थियों को हर साल भारी फीस बढ़ोतरी के कारण आर्थिक, मानसिक परेसानी का सामना करना पड़ रहा है लगातार तीन साल से खेती में अभिभावकों को नुकसान, सूखे का सामना करना पड़ रहा है इस समय विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रावासों की फीस बढ़ाना बड़ा ही अमानवीय फैसला है। इस मौके पर मानव, विश्वविद्यालय अध्यक्षा ¨टकू, छात्रा नेत्री मनिता, साक्षी, ज्योति, ऋतू, सुनील, अक्षय, दीपक मरोडिया, मोनिका, माया, सुलोचना, मनीषा, सपना आदि मौजूद थे ।