राष्ट्रगीत की तर्ज पर कुवि का होगा अपना कुलगीत
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के 61 वर्षों के इतिहास में पहली बार विश्ववि
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के 61 वर्षों के इतिहास में पहली बार विश्वविद्यालय के विद्यार्थी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलगीत को गुनगुना सकेंगे। कुवि के कुलपति डॉ. कैलाश चंद्र शर्मा की अध्यक्षता में मंगलवार को प्रशासनिक ब्लाक के कमेटी रूम में हुई कार्यकारिणी परिषद की बैठक में सदस्यों ने विश्वविद्यालय के कुलगीत पर अपनी सहमति जताते हुए इसे स्वीकार कर लिया। विश्वविद्यालय के संगीत एवं नृत्य विभाग की ओर से तैयार किए गए इस कुलगीत पर विद्यार्थी जल्द ही गुनगुना सकेंगे।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. कैलाश चंद्र शर्मा ने कहा कि कुलगीत किसी विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों में विश्वविद्यालय के प्रति जिम्मेवारी को बताने के साथ-साथ इस विश्वविद्यालय के गौरव का बखान करता है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हरियाणा का सबसे पुराना विश्वविद्यालय है, इसे देखते हुए इसके लिए एक विशेष कुलगीत तैयार किया गया है। इस कुलगीत के लिए संगीत विभाग की अध्यक्षा प्रो. शुचिस्मिता, संस्कृत व पालि-प्राकृत विभाग की प्रोफेसर डॉ. विभा अग्रवाल, युवा सांस्कृतिक विभाग के निदेशक डॉ. सीडीएस कौशल व अंग्रेजी विभाग सेवानिवृत प्रोफेसर दिनेश दधिचि को लेकर एक कमेटी का गठन किया था। इस कमेटी ने संगीत विभाग की ओर से तैयार किए गए कुलगीत पर अपनी अंतिम मोहर लगा दी है। कार्यकारिणी परिषद की बैठक में ईसी ने विश्वविद्यालय हेल्थ सेंटर के लिए दो चिकित्सकों की नियुक्ति पर अपनी मोहर लगा दी है। बैठक में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय शिक्षक संघ की मांग को स्वीकार करते हुए पुराने नियमों के अनुसार स्टेशनरी खरीद की अनुमति प्रदान की है। बैठक में कार्यकारिणी परिषद ने सेल्फनाइनेंस शिक्षकों के सर्विस एग्रीमेंट को अनुमति प्रदान कर दी है। कार्यकारिणी के सदस्यों ने आरक्षण आंदोलन में पीड़ित परिवार के सदस्य को उसकी योग्यता के अनुसार सेवादार के पद पर नियुक्ति की अनुशंसा की है। बैठक में दीक्षांत समारोह के लिए निर्धारित पारंपरिक वेशभूषा पर भी सभी सदस्यों ने सहमति जताते हुए इसे स्वीकार करने का निर्णय लिया गया है। बैठक में कार्यकारिणी परिषद ने हरियाणा सरकार के अतिथि अध्यापकों की तर्ज पर बढ़ोतरी करते हुए पीजीटी को 29715 रुपये, टीजीटी को 24001 रुपये व जेबीटी एवं ड्राइंग अध्यापकों 21715 रुपये मासिक वेतन देने का निर्णय लिया गया है। बैठक में पिछली बैठक की कार्रवाई को भी अनुमति प्रदान कर दी गई है। कार्यकारिणी परिषद की बैठक में गांव किरमिच में सरदार अजीत ¨सह कॉलेज में बीए, बीकॉम, बीएससी सेल्फ फाइनेंस कोर्स पाठ्यक्रमों की अनुमति प्रदान कर दी है। इस मौके पर ईसी के सभी सदस्य मौजूद थे।
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कुलगीत को गुनगुनाएंगे छात्र
कुवि के विद्यार्थी अब संगीत एवं नृत्य विभाग की ओर से तैयार किए गए कुलगीत वेदभूमि यह कर्मभूमि यह ज्ञानभक्ति का अमित रूप है। कुरुक्षेत्र यह धर्म क्षेत्र है आदि पुरुष चिन्मय स्वरूप है, की धुन पर गुनगुना सकेंगे। जल्द ही इसे रिकार्ड कराया जाएगा।