हरी सब्जी के दाम बढ़ने से रसोई का बजट बिगड़ा
संवाद सहयोगी, इस्माइलाबाद : पारा चढ़ने के साथ ही हरी सब्जी के दाम यकायक दोगुना हो गए हैं
संवाद सहयोगी, इस्माइलाबाद : पारा चढ़ने के साथ ही हरी सब्जी के दाम यकायक दोगुना हो गए हैं। वहीं खीरा, ककड़ी और तरबूज का भी नखरा कम नहीं है।
गर्मी बढ़ने से हरी सब्जी का उत्पादन कम होने लगा है। वहीं गर्मी में सब्जी अधिक खराब होने के आसार होते हैं। इसके चलते दाम बढ़ गए हैं। पांच रुपये प्रति किलोग्राम बिकने वाला मटर सीधे 80 रुपये, गोभी 60 रुपये, ¨भडी 50 रुपये पहुंच गई है। सलाद में प्रयोग होने वाले खीरा और ककड़ी के भी दाम बढ़ गए हैं। इनके दाम तीस से चालीस रुपये तक पहुंच गए हैं। व्यापारी वरुण आहूजा ने बताया कि डिमांड अनुसार सब्जी कम आने लगी है। इस समय उमस बढ़ने लगी है जिससे सब्जी एक रात में ही खराब हो सकती है। आहूजा ने बताया कि लू का दौर आरंभ होने लगा है। ऐसे में आने वाले दिनों में दाम कम होने के कतई आसार नहीं हैं। वहीं गृहणियों का कहना है कि गर्मी में सब्जी का स्वाद भी अधिक नहीं रहता है। ऐसे में महंगाई से बचने के लिए चटनी और आचार सहारा देते हैं।
तरबूज, खरबूजा और आम भी हुए खास
बाजार में तरबूज और खरबूजा बीस से तीस रूपये प्रति किलोग्राम के दाम पर बिक रहे हैं। वहीं आम भी एक सौ रूपये प्रति किलोग्राम के दाम पर पहुंच गया है। हालांकि आम की मिठास अभी कम है मगर दाम की मिठास कहीं अधिक है। उत्पादकों की मानें तो बरसात से पहले ही तरबूज और खरबूजा बिकता है। यही दिन उत्पादकों की जेब भर सकते हैं। ऐसे में गर्मी के साथ दाम बढ़ने तय हैं।