तस्वीर देख स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची ज्योतिनगर
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : दैनिक जागरण पाठक द्वारा भेजी गई तस्वीर प्रकाशित होने के बाद
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : दैनिक जागरण पाठक द्वारा भेजी गई तस्वीर प्रकाशित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम बुधवार को ज्योतिनगर का मुआयना करने पहुंची। झुग्गियों के आसपास हुए जलभराव में एंटी लारवा का छिड़काव किया और छतों पर फेंके टायरों, खुले पड़े कूलर, टीन के डिब्बों व बेकार में फैले सामान पर उन्हें नोटिस दिया।
टीम ने चेतावनी दी कि मानसून के दौरान अगर कोई भी ऐसा सामान बाहर नजर आया जिसमें लारवा पनप सके तो उन्हें जुर्माना देना होगा। वहीं इस कार्रवाई पर ज्योतिनगर निवासी दीपक कपूर व उनके पड़ोसियों ने जागरण का आभार प्रकट किया है।
कालोनी की दशा उजागर
पेशे से शिक्षक दीपक कपूर ने 24 जून को दैनिक जागरण संवाददाता के नंबर पर फोटो भेजकर अपनी कालोनी की दशा को उजागर किया था। दीपक कपूर ने बताया था कि उनकी कालोनी में लोग घबराए हुए हैं। एक प्लॉट में झुग्गियों के चारों ओर गंदा पानी एकत्रित है, जिसमें मच्छर पनप रहे हैं। उनकी भेजी गई तस्वीरों को दैनिक जागरण ने 25 जून के अंक में, अब तो जाग जाओ, बीमारियों से बचाओ, शीर्षक से प्रमुखता से उठाया और साथ ही अधिकारियों को वाट्सअप पर भी भेजा था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ज्योतिनगर में एंटी लारवा अभियान चलाया।
जताया आभार
दीपक कपूर ने आभार जताते हुए कहा कि दैनिक जागरण की वजह से ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके का निरीक्षण करके एंटी लारवा अभियान चलाया है, जिससे उनकी काफी हद तक समस्या हल हुई है। मगर उनके मन में नगर परिषद की टीम नहीं पहुंचने का मलाल भी रहा। उन्होंने कहा कि एक तरफ स्वच्छता अभियान पूरे देश में चलाया जा रहा है ऐसे में यहां यह गंदा पानी कहां से आ रहा है। नगर परिषद को इसकी जांच करनी चाहिए। यह भी पता लगाना चाहिए कि अवैध झुग्गियां पॉश कालोनी में कैसे बसाई जा रही हैं।
फोटो संख्या :
आम लोगों का जागरूक होना बहुत जरूरी है। दैनिक जागरण के माध्यम से जो फोटो प्राप्त हो रही हैं उन क्षेत्रों पर टीम को भेजकर जांच कराई जा रही है। वहां पर एंटी लारवा दवाई का छिड़काव भी कराया जा रहा है। साथ ही लोगों से अपील है कि वह अपने घर के आसपास जल को एकत्रित न होने दें। अगर कहीं जलभराव है तो उसमें काले तेल का एक चम्मच डाल दें और ज्यादा जलभराव की समस्या है तो स्वास्थ्य विभाग को सूचना दें। जागरूकता से ही मलेरिया व डेंगू को हराया जा सकता है।
डॉ. सुदेश सहोता, नोडल अधिकारी, मलेरिया विभाग।