पुरुषों के साथ महिलाओं ने भी संभाला मोर्चा
संवाद सहयोगी, लाडवा : जैनपुर जाटान गांव में अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के बैनर त
संवाद सहयोगी, लाडवा :
जैनपुर जाटान गांव में अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के बैनर तले 24वें दिन भी जाट न्याय धरना शांतिपूर्ण ढंग से चलता रहा। 24वें दिन मंगलवार धरने की अध्यक्षता करते हुए जस्सी बरोट ने कहा कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा, उनका शांतिपूर्वक धरना जारी रहेगा और वह अपने हकों की लड़ाई लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि आरक्षण मांगना उनका अधिकार है और इस अधिकार को उनसे कोई नहीं छीन सकता। उन्होंने सरकार को साफ-साफ शब्दों में कहा कि जाट समाज किसी के दबाव में आकर झुकने वाले नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी सभी मांगों को पूरा नहीं करेगी, तक तक उनका धरना जारी रहेगा। वहीं प्रशासन जिले में चल रहे इस एक मात्र धरने पर पूरी निगाह बनाए हुए है। वहीं यह भी माना जा रहा है कि संघर्ष समिति के फैसले के अनुसार 1 मार्च के बाद जिले में धरनों की संख्या बढ़ जाने से प्रशासन की सिरदर्दी ओर ज्यादा बढ़ जाएगी। वहीं प्रशासन इस बात से थोड़ी राहत जरूर महसूस कर रहा है कि अभी तक धरना पूर्ण रूप से शांतिपूर्ण रहा है और धरने पर किसी ने भी किसी पर कोई भी विवादित टिप्पणी नहीं की है।
इस अवसर पर पवन, अंग्रेज, ईश्वर, रामकुमार, जैमल, अजमेर, सियाराम, समेर, राजबीर, मेहर ¨सह, सूबे ¨सह, जगमाल, यादराम, गुरनाम, मान¨सह, रामचंद्र, साहब ¨सह, मिहा ¨सह, राजबीर, लाभ¨सह, नंदराम, फूल ¨सह, मेवा ¨सह, दिलेराम, निशान, ज्ञान¨सह, रामप्रसाद, शिवराम नांदल भूतमाजरा, रामेश्वर, ईश्वर, जगमाल, रणजीत हलालपुर, बालकिशन हैबतपुर, बलकार अलीपुरा, राजबीर नयागांव, धर्मपाल बपदी, अमित मथाना, रामकुमार मथाना, जसमेर सुनारियों मान¨सह, राजपाल उमरी, मनजीत कौर, संतोष, स¨लद्र कौर, सलोचना, जो¨गद्रो, अमर कौर, संजीतो देवी, दयालो, ज्ञानमती, रोशनी, किरणादेवी, दर्शनी, संतोष, सुनीता समेत भारी संख्या में महिलाए व पुरुष मौजूद रहे।
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जिले भर से मिल रहा अनुदान
धरने की व्यवस्था व आने वाले खर्च को वहन करने के लिए जिले भर से जाट समाज के लोग प्रतिदिन अनुदान राशि भी दे रहे हैं। पिछले 24 दिनों से चल रहे धरने को देखते हुए जिले भर से लोग अब अपने-अपने गांव से अनुदान राशि एकत्रित कर धरना आयोजकों को दे रहे हैं, ताकि पैसे के अभाव में धरना स्थगित न करना पड़े। इस राशि से आयोजकों द्वारा जहां धरने में शामिल लोगों के लिए चाय, पानी की व्यवस्था की गई है, वहीं दोपहर का भोजन भी उपलब्ध है। यही नहीं, हर रोज धरने पर बैठे महिला-पुरुषों के लिए अन्य खाने का सामान बांटकर सेवा की जा रही है।
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खुफिया विभाग सतर्क
धरने की पल-पल की खबर प्रशासन द्वारा अपने खुफिया तंत्र से ली जा रही है। खुफिया तंत्र भी धरने की पल-पल की खबर प्रशासन को भेज रहा है। धरना शुरू होने से पहले खुफिया विभाग के कर्मचारी धरना स्थल पर पहुंच जाते हैं। धरना खत्म होने के बाद ही वहां से आते हैं। खुफिया विभाग के ये कर्मचारी धरने में बैठे लोगों के बीच में बैठकर धरने को संबोधित करने वाले नेताओं की मोबाइल से रिकार्डिग कर उच्चाधिकारियों को इसे भेज रहे हैं।
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दर्जनों लोगों के तारीख पर जाने से सुबह रही संख्या कम
पिछले जाट आंदोलन के दौरान सड़कों को जाम करने को लेकर दर्ज मामले में मंगलवार को जिला न्यायालय में तारीख थी। ऐसे में धरने में प्रतिदिन शामिल होने वाले जाट समुदाय के उन दर्जनों लोगों को न्यायालय में पेश होना पड़ा, जिन पर ये मामले दर्ज हैं। इसके कारण सुबह के समय धरने पर हाजिरी भी कम देखने को मिली।