Move to Jagran APP

कृषि मेले से किसान लौटे मायूस

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा आयोजित कृषि मेले में पहुंच

By Edited By: Published: Fri, 20 Jan 2017 02:26 AM (IST)Updated: Fri, 20 Jan 2017 02:26 AM (IST)
कृषि मेले से किसान लौटे मायूस
कृषि मेले से किसान लौटे मायूस

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

loksabha election banner

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा आयोजित कृषि मेले में पहुंचे अधिकतर किसान मायूस ही लौटे। मेले में ज्यादातर प्राइवेट कंपनियों के ही स्टॉल दिखाई दे रहे थे। मेले में किसान आधुनिक तकनीकों से रूबरू नहीं हो पाए, जिनका उन्हें मलाल है। हालांकि किसानों ने मेले में कृषि वैज्ञानिकों द्वारा दी गई जानकारी को लाभकारी बताया।

किसान कुलदीप ¨सह, अंग्रेज ¨सह, वीरेंद्र कुमार, धर्मवीर ¨सह का कहना है कि मेले में कोई नई जानकारी नहीं दी गई। पुराने ढर्रे पर ही विभाग चला आ रहा है। वे बड़ी उम्मीद के साथ मेले में आए थे, लेकिन मेले में भाषण देकर ही कार्यक्रम को निपटाने का काम किया गया। विभाग द्वारा मेले का प्रचार-प्रसार भी सही तरीके से नहीं किया गया। इसके चलते ज्यादातर किसान मेले में नहीं पहुंच पाए। किसानों का कहना है कि विभाग द्वारा आधुनिक तकनीक को लेकर जोर दिया जा रहा है, लेकिन मेले में ऐसा कुछ दिखाई नहीं दिया। भारतीय किसान यूनियन के जयपाल नैन मेले से काफी खफा नजर आए। उनका आरोप था कि मेले में जो कीटनाशक दवाइयों के स्टॉल लगाए गए हैं, वे नकली हैं। दवाई कंपनियां न तो गारंटी दे रही है और न ही बिल दे रही हैं। किसानों को गुमराह किया जा रहा है।

जिला कृषि उपनिदेशक डॉ. कर्मचंद का कहना है कि मेले में पूरी व्यवस्था की गई थी। किसानों को अत्याधुनिक तकनीकों से खेती करने बारे जागरूक किया और कृषि विभाग द्वारा इजाद किए नए यंत्रों के बारे में जानकारी दी गई। मेले में प्रगतिशील किसानों द्वारा प्रदर्शनी लगाई गई थी, जिससे किसानों काफी रोचक जानकारियां हासिल हुई।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.