कृषि मेले से किसान लौटे मायूस
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा आयोजित कृषि मेले में पहुंच
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा आयोजित कृषि मेले में पहुंचे अधिकतर किसान मायूस ही लौटे। मेले में ज्यादातर प्राइवेट कंपनियों के ही स्टॉल दिखाई दे रहे थे। मेले में किसान आधुनिक तकनीकों से रूबरू नहीं हो पाए, जिनका उन्हें मलाल है। हालांकि किसानों ने मेले में कृषि वैज्ञानिकों द्वारा दी गई जानकारी को लाभकारी बताया।
किसान कुलदीप ¨सह, अंग्रेज ¨सह, वीरेंद्र कुमार, धर्मवीर ¨सह का कहना है कि मेले में कोई नई जानकारी नहीं दी गई। पुराने ढर्रे पर ही विभाग चला आ रहा है। वे बड़ी उम्मीद के साथ मेले में आए थे, लेकिन मेले में भाषण देकर ही कार्यक्रम को निपटाने का काम किया गया। विभाग द्वारा मेले का प्रचार-प्रसार भी सही तरीके से नहीं किया गया। इसके चलते ज्यादातर किसान मेले में नहीं पहुंच पाए। किसानों का कहना है कि विभाग द्वारा आधुनिक तकनीक को लेकर जोर दिया जा रहा है, लेकिन मेले में ऐसा कुछ दिखाई नहीं दिया। भारतीय किसान यूनियन के जयपाल नैन मेले से काफी खफा नजर आए। उनका आरोप था कि मेले में जो कीटनाशक दवाइयों के स्टॉल लगाए गए हैं, वे नकली हैं। दवाई कंपनियां न तो गारंटी दे रही है और न ही बिल दे रही हैं। किसानों को गुमराह किया जा रहा है।
जिला कृषि उपनिदेशक डॉ. कर्मचंद का कहना है कि मेले में पूरी व्यवस्था की गई थी। किसानों को अत्याधुनिक तकनीकों से खेती करने बारे जागरूक किया और कृषि विभाग द्वारा इजाद किए नए यंत्रों के बारे में जानकारी दी गई। मेले में प्रगतिशील किसानों द्वारा प्रदर्शनी लगाई गई थी, जिससे किसानों काफी रोचक जानकारियां हासिल हुई।