मनरेगा मजदूरों ने किया प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : मनरेगा के तहत काम न मिलने के कारण जिले भर के मजूदरों ने लघु सचिवालय पर प्रदर्शन किया। इसकी अगुवाई जन संघर्ष मंच व मनरेगा मजदूर यूनियन ने की। प्रदर्शन के बाद मजदूरों ने उपायुक्त को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
सेक्टर-10 स्थित पार्क में मनरेगा मजदूर यूनियन का सम्मेलन हुआ। सम्मेलन का संचालन यूनियन सचिव सोमनाथ व अध्यक्षता राज्य प्रधान दिलबाग सिंह ने की। श्रमिक नारेबाजी करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे और कई घंटों तक सचिवालय पर बवाल काटा। इससे पूर्व नवनिर्वाचित जिला प्रधान नरेश कुमार बारना ने पूरे जिले के मजदूरों की समस्या को रखते हुए कहा कि कहीं भी मनरेगा योजना के तहत मजदूरों को काम नहीं दिया जा रहा है। गांव बारना, लोहार माजरा, बारवा, ज्योतिसर, रावगढ़, उमरी, बाहरी व जिले के अन्य गांवों में मनरेगा के तहत न तो शौचालय बनवाए जा रहे हैं, और न किए गए काम की मजदूरी दी जा रही है। नरेश कुमार ने बताया कि वे इस बारे में जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपेंगे, यदि उनकी मांगों पर सात दिन के अंदर विचार नहीं किया गया तो जोरदार प्रदर्शन करेंगे।
सुदेश कुमारी ने बताया कि मौजूदा केंद्र सरकार श्रमिक विरोधी कानून बना रही है। सरकार फैक्ट्री एक्ट 1948, न्यूनतम वेतन एक्ट, बालश्रम एक्ट, ठेका कानून तथा ट्रेड यूनियन एक्ट में पूंजीपतियों के हित में संशोधन करने जा रही है। जो गलत है। सरकार को मजदूर विरोधी नीति न बनाकर इन संशोधन को वापस ले। काम के घंटों को सख्ती से लागू किया जाए। तमाम ग्रामीण व शहरी मजदूरों को रोजगार की गारंटी दी जाए। श्रम कानूनों का उल्लंघन करने वालों के लिे कड़े दंड की व्यवस्था की जाए और ऐसे मालिकों की संपत्तियां जब्त करके औद्योगिक इकाइयों का राष्ट्रीयकरण किया जाए। इस प्रदर्शन के दौरान जन संघर्ष मंच के सचिव सोमनाथ, निर्माण कार्य मजदूर मिस्त्री यूनियन के प्रधान करनैल सिंह, मेवा राम, राजकुमार अजराना, राम चंद्र, जितेंद्र कुमार, रामदास सलपानी मौजूद रहे।