सच्चा और अच्छा इसान बनाती श्रीमद्भागवत कथा : मृदुलकात
जागरण संवाद केंद्र, कुरुक्षेत्र : कथावाचक आचार्य मृदुलकात शास्त्री ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा देवताओं को सुनने को नहीं मिलती, इसलिए वे मनुष्यों से ईष्र्या करने लगते है। श्रीमद्भागवत सच्चा और अच्छा इसान बनाती है।सत्संग जहा हो उसमें हिस्सा लेना चाहिए। यह बड़े भाग्य से मिलता है। उन्होंने एक भजन से कहा कि जिसे मिला सत्संग, उसके जीवन में आनंद ही आनंद है। संत, ऋषियों, वेदों, उपनिषदों और शास्त्रों की बात मनुष्य को माननी ही पड़ेगी और जगत का सत्य जानना ही पड़ेगा। चौरासी लाख योनियों के पाप केवल सत्संग ही काट सकता है। सत्संग में आप बैठें और ऐसे बने रहें। सत्संग की न जाने कौन सी बात भाग्य संवार दें। वे लुखी गांव स्थित श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर में पवित्र मार्गशीर्ष माह के उपलक्ष्य में जनकल्याणार्थ कराई जा रही श्रीमद्भागवत कथा में प्रवचन कर रहे थे।
उन्होंने देवर्षि नारद का पूर्व चरित्र, भगवान कपिल अवतार, श्रीकृष्ण द्वारा देवी उत्तरा के गर्भ में परीक्षित की रक्षा करना आदि प्रसंग भजनों सहित विस्तार से सुनाए। कथा में युवा ब्राह्माण सभा के अध्यक्ष पंडित भगवत दयाल शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि कथा का दीप प्रज्वलित कर भागवत पुराण की पूजा की और अखंड हनुमान मंदिर मथाना चौंकी के संचालक स्वामी सत्यानंद महाराज ने बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत की।
कथावाचक मृदुलकांत शास्त्री ने कहा कि कहा कि भारत भूमि में जन्म लेकर जो मनुष्य श्रद्धाभाव से भागवत कथा का श्रवण, आयोजन एवं मनन नहीं करते उनका इस पवित्र माटी में जन्म लेना ही बेकार है। कथा के मुख्य यजमान सत्यनारायण शर्मा, मदन लाल शर्मा और चंद्रकात शर्मा परिवार ने सर्वदेव पूजन में भाग लिया। इस मौके पर मंच का संचालन रिपुदमन सोबती (अंबाला वाले) ने किया। भागवत जी की आरती में सरपंच सतीश कुमार, राजकरण राणा, पूर्व सरपंच रणधीर सिंह, विक्रम सिंह, राजेंद्र सिंह, शक्तिमान सिंह, रमेश तंवर, विशाल राणा, जसपाल राणा, घसीटू तंवर, इकबाल सिंह, राजेश शर्मा, सुरेश पाल, फकीरचंद, कुलदीप सिंह आदि ने भाग लिया।
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