पिछड़े गांव मोहियूद्दीनपुर में लिखी विकास की पटकथा
प्रदीप शर्मा, करनाल सीएम सिटी से महज 15 किलोमीटर दूर बसे गांव मोहियूद्दीनपुर कभी विकास क
प्रदीप शर्मा, करनाल
सीएम सिटी से महज 15 किलोमीटर दूर बसे गांव मोहियूद्दीनपुर कभी विकास को तरसता था, लेकिन आज इसकी तस्वीर बदल गई है। बदहाली के आंसू बहा रहे इस गांव की तस्वीर बदलने यानि विकास की पटकथा नवंबर 2014 में उस समय लिखी गई थी, जब सांसद अश्विनी चोपड़ा ने इसे गोद लिया था। लेकिन उस समय भी लोगों को यकीन नहीं था कि गांव का विकास होगा।
धीरे-धीरे सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत गांव में विकास कार्य शुरू हुए तो लोगों में भी उम्मीद की किरण जागी। बेहद पिछड़े हुए 4160 की आबादी वाले इस गांव में जिला प्रशासन ने सबसे पहले गांव में फैली सामाजिक बुराइयों को दूर करने का प्रयास किया, उसके बाद विकास कार्यों को गति दी। सांसद निधि व जिला प्रशासन की ओर से गांव में 35 विकास कार्यों को किया जा रहा है। जिसमें से 30 कार्य पूरे भी हो चुके हैं।
अगस्त 2016 में ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार की ओर से गांव में की गई विजिट के बाद गांव को टॉप 15 में चुना गया है। सोशल, इकोनॉमिक और इन्फास्ट्रक्चर की स्थिति के आधार पर गांव का चयन हुआ है। अब टॉप थ्री के लिए गांव का चयन होगा। भारत सरकार की ओर से अभी तारीख निर्धारित नहीं की गई है।
इन तीन मुद्दों पर हुआ कड़ा परिश्रम
1. साक्षरता : गांव को सांसद की ओर से गोद लिए जाने से पहले साक्षरता दर 69 प्रतिशत थी, इसके बाद साक्षर भारत मिशन की टीम ने लोक शिक्षा केंद्र स्थापित कर अभी साक्षरता दर को 100 प्रतिशत किया है। गांव में कोई भी अनपढ़ नहीं है।
2. नशा : गांव में कई जगह-जगह पर शराब के खुर्दे थे, जिनको महिलाओं ने तोड़ो बोतल शराब की सारी खुशियां आपकी नारा देकर प्रशासन की मदद से इस बुराई को दूर किया, आबकारी विभाग ने इस दिशा में छापामारी कर सभी शराब के खुर्दो को हटवा दिया।
3. खुले में शौच मुक्त : गांव के ज्यादातर घरों में शौचालय नहीं थे, लोग बाहर ही जाते थे, अब गांव में सामान्य शौचायल के साथ-साथ ई-टॉयलेट थी स्थापित किए, गांव को खुले से शौच मुक्त घोषित कर दिया गया है।
सबसे पिछड़ा गांव था मोहियूद्दीनपुर
जब मैने मोहियूद्दीनुपर गांव गोद लिया उस समय गांव में गंदगी पसरी हुई थी, मै सोच भी नहीं सकता था कि करनाल जैसे विकसित शहर के समीप ऐसा गांव होगा। पूरे करनाल लोकसभा क्षेत्र का दौरा कर इसी गांव को गोद लेने का फैसला इसलिए लिया क्योंकि यह पिछड़ा हुआ था। यहां पर विकास की गुंजाइश थी, अब गांव की तस्वीर बदल चुकी है।
अश्विनी चोपड़ा, सांसद करनाल।
गांव की बदली तस्वीर
सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत मोहियूद्दीनपुर गांव में 35 प्रोजेक्ट पर काम किया गया है, जिसमें से अधिकतर पूरे हो चुके हैं। कुछ समय पहले ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार की ओर से आई टीम ने गांव में हुई प्रगति की सराहना की थी। इसके बाद देशभर में जब टॉप-15 के लिए गांव का चयन हुआ तो उसमें मोहियूद्दीनपुर गांव का नाम भी शुमार था। टॉप थ्री के लिए गांवों का चुनाव होना है, इस संबंध में अभी कोई सूचना नहीं आई है।
डॉ. प्रियंका सोनी, एडीसी करनाल।
अकेली पंचायत नहीं लेती फैसले
गांव में कोई भी विकास कार्य कराना है तो उसके लिए बैठक बुलाई जाती है, जिसमें सभी पंचों के अलावा गांव के लोगों के साथ-साथ महिलाएं भी आती हैं। सभी की सर्वसम्मति होने के बाद ही विकास कार्यों को अमलीजामा पहनाया है। एसएवाईजी के तहत विकास कार्य हुए हैं।
राम¨सह, सरपंच मोहियूद्दीनपुर गांव, करनाल।
एसएजीवाई के तहत चुने गए टॉप 15 गांव
राज्य जिला ग्राम पंचायत सांसद
1. छत्तीसगढ़ जसपुर जोरांडाझारिया नंद कुमार साईं
2. महाराष्ट्र सातारा शिव थाहर अन्नु अग्गा
3. गुजरात नवसारी चिकाली चंद्रकांत रघुनाथ पाटिल
4. छत्तीसगढ़ दुर्ग मोहलाई मोतीलाल वोहरा
5. छत्तीसगढ़ मुंगेली हथ्थानी कलां लखनलाल साहू
6. उत्तर प्रदेश कन्नौज सैदपुर साकरी ¨डपल यादव
7. तमिलनाडु विल्लापुरम थ्रीरूवक्काराय एस राजेंद्रन
8. पंजाब संगरूर गलहारी सुखदेव ¨सह ¨ढढसा
9. मध्यप्रदेश अगर मालवा छापरिया मेघराज जैन
10. मध्यप्रदेश मंदश्योर बालागुरा सुधीर गुप्ता
11. तेलंगाना करीम नगर वीरन्नापल्ली विनोद कुमार बोईन्नापल्ली
12. सिक्कम नोर्थ डिस्ट्रिक ¨तगवोंग हिशे लचुंगपा
13. हरियाणा करनाल मोहियूद्दीनपुर अश्विनी चोपड़ा
14. हरियाणा सिरसा गुडिया खेड़ा चरणजीत ¨सह रोड़ी
15. आंध्र प्रदेश विजिनाग्राम द्वारापुड़ी अशोक गजापति राजू पुष्पापति