गुरदेव ¨सह के सिर सजा गांव की चौधर का ताज
संवाद सूत्र, नि¨सग खंड में नि¨सग के आसपास के डेरों की अलग से बनाई गई पंचायत के चुनाव शां
संवाद सूत्र, नि¨सग
खंड में नि¨सग के आसपास के डेरों की अलग से बनाई गई पंचायत के चुनाव शांतिपूर्ण ढ़ंग से संपन्न हो गए। राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बने बूथों सायं चार बजे तक मतदाताओं ने वोट डाले। मतदान केंद्र पर जिला प्रशासनिक अधिकारियों की पैनी नजर रही। एसडीएम घरौंड़ा वर्षा खंगवाल ने बूथों की स्थिति का जायजा लिया। बीडीपीओ नि¨सग कंचनलता, पंचायतीराज विभाग के एसडीओ नारायण दत्त चुनाव के दौरान मौके पर मौजूद रहे। सुरक्षा इंतजामों का जायजा लेने डीएसपी असंध दलबीर ¨सह पहुंचे। चुनाव को निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से करवाने के लिए एसएचओ नि¨सग नरेश शर्मा ने सैकड़ों पुलिस कर्मी तैनात कर रखे थे। मतदान केंद्र के अंदर व बाहर भारी पुलिस बल तैनात था। पुलिस के व्यापक प्रबंधों के कारण शांतिपूर्ण ढ़ग से चुनाव संपन्न हुए। नि¨सग की ग्रामीण पंचायत में सरपंच पद पर चुनाव लड़ रहे तीनों उम्मीदवारों के बीच दोपहर एक बजे 50 प्रतिशत मतदान होने तक कांटे का मुकाबला रहा लेकिन बाद में मुकाबला महज दो उम्मीदवारों के बीच चला। अंत में गुरुदेव ¨सह चुनाव में 492 वोट लेकर अपने प्रतिद्वंद्वी को सात वोटों से हराकर गांव का मुखिया बना। चुनाव में दूसरे स्थान परे रहने वाले उम्मीदवार ने 485 वे तीसरा स्थान पाने वाली उम्मीदवार ने 257 वोट प्राप्त किए। आठ वार्डो में बंटी पंचायत की कुल 1607 मतों में से 1238 वोट पोल हुई। इनमें से चार ने नोटा का बटन दबाया।
इन वार्डो में हुई सर्वसम्मति
पंचायत के आठ वार्डों में से वार्ड नंबर तीन को छोड़कर शेष सभी वार्डों में पंच पद पर सर्वसम्मति से चुनाव हो गया था। महज तीन वार्ड में सर्वसम्मति नहीं हो पाई थी। जिसमें दो उम्मीदवारों में चुनाव लड़ा गया। जिसमें निशान पाल ने जीत हासिल की। वार्ड नंबर एक से पंच गुरमीत ¨सह, वार्ड दो से रमनदीप कौर, चार से गुरप्रीत, पांच से न¨रद्र कौर, छह से स्मिरजीत कौर, सात से सुच्चा ¨सह व आठ से पंजाब ¨सह पंच बने।
ढोल ढमाकों के साथ मनाया जीत का जश्न
चुनाव में जीत का पता चलते ही गांव के नवनियुक्त मुखिया गुरदेव ¨सह के समर्थकों ने ढोल ढ़माकों परे जीत का जश्न मनाना शुरू कर दिया। कुछ ने फूल मालाओं से जीत की बधाई दी तो किसी ने नोटों की माला पहनाकर। समर्थकों ने मुखिया को ऊपर उठा लिया। सरपंच को खुली जीप में बैठाकर नाचते गाते घर तक ले जाया गया। जहां खूब पार्टी चली।