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नौतपा में तप रहा जेठ

जागरण संवाददाता, करनाल नौतपा में तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। पूरा प्रदेश भीषण गर्मी क

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 May 2017 03:00 AM (IST)Updated: Sat, 27 May 2017 03:00 AM (IST)
नौतपा में तप रहा जेठ
नौतपा में तप रहा जेठ

जागरण संवाददाता, करनाल

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नौतपा में तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। पूरा प्रदेश भीषण गर्मी के साथ-साथ लू की चपेट में आया हुआ है। इससे ना केवल आम जनजीवन बल्कि पशु पक्षी भी बेहाल हो गए हैं। कैथल में तापमान 46.0 डिग्री तक पहुंच गया है, वहीं लू भी 15 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चल रही है। ऐसे लू से हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है। अन्य जिलों में भी अधिकतम तापमान 42.0 डिग्री सेल्सियस पार कर चुका है। चिकित्सकों ने लोगों को गर्मी से बचने के लिए धूप में कम से कम निकलने व ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी पीने की सलाह दी है। केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के मुताबिक आने वाले 24 घंटे में तापमान बढ़ सकता है। 29 मई को मौसम के करवट लेने की संभावना बनी है।

48.0 डिग्री तापमान पर बॉडी टेंपरेचर कंट्रोल सिस्टम फेल होने की संभावना

कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज के उप चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव ग्रोवर के मुताबिक 48.0 डिग्री सेल्सियस तापमान पर हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। वह लोग ज्यादा चपेट में आते हैं जो धूप में काम करते हैं और पानी का कम सेवन करते हैं। सामान्य तौर पर व्यक्ति के शरीर का तापमान 98.4 डिग्री होता है। बॉडी पर जब तापमान डायरेक्ट हीट करता है तो इससे बॉडी टेंपरेचर 104 डिग्री क्रॉस कर जाता है। इससे बॉडी टेंपरेचर कंट्रोल सिस्टम फेल हो जाता है। व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाती है।

लू लगने पर क्या करें

अमृतधारा अस्पताल आईटीआई चौक के एमडी डॉ. राजीव गुप्ता के मुताबिक हीट स्ट्रॉक में व्यक्ति के शरीर से पसीना निकलना बंद हो जाता है और बॉडी टेंपरेचर बढ़ता चला जाता है। ऐसे में व्यक्ति को तुंरत पानी से तर बतर कर दें, ठंडे स्थान पर ले जाए। व्यक्ति के शरीर पर ठंडे पानी की पट्टियां रखें। जितना जल्दी हो सके अस्पताल लेकर आना चाहिए।

पक्षियों की वार्बलर प्रजाति पर गहरा असर

भारतीय प्राणी सर्वेक्षण संस्थान देहरादून के वरिष्ठ पक्षी वैज्ञानिक एवं हरियाण रीजन प्रभारी डॉ. अनिल कुमार के मुताबिक जिस प्रकार से तापमान लगातार बढ़ रहा है, वह पक्षियों के लिए घातक है। खासकर छोटे पक्षियों के लिए दिक्कतें ज्यादा हैं। वार्बलर प्रजाति के पक्षी ज्यादा गर्मी सहन नहीं कर सकते हैं, क्योंकि वह कीड़ों का सेवन करते हैं और कीड़ों में पानी की मात्र कम होती है। इसे वार्बलर लीफ बर्ड भी कहते हैं। गर्मी अधिक होने के कारण इससे प्रजाति के पक्षियों में कमजोरी आ जाती है। प्रजनन प्रक्रिया पर भी असर पड़ता है।

शुक्रवार को 43 डिग्री रहा तापमान

शुक्रवार को अधिकतम तापमान 43.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान भी बढ़ोतरी के साथ 26.0 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। गर्मी के कारण नमी की मात्रा में भी गिरावट दर्ज की गई है। सुबह के समय नमी की मात्रा 42 फीसदी दर्ज की गई है, जो शाम तक घटकर महज 22 फीसदी रह गई। लू 15 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चली। केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के मुताबिक आने वाले 24 घंटे में मौसम साफ रहेगा, गर्मी बढ़ेगी। 29 को मौसम करवट ले सकता है।


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