अपनों पर करम, गैरों पर सितम..
कस्बे के तहसील कार्यालय पर बिजली निगम का 3.26 लाख रुपये बिजली का बिल बकाया है। जबकि 50 हजार
कस्बे के तहसील कार्यालय पर बिजली निगम का 3.26 लाख रुपये बिजली का बिल बकाया है। जबकि 50 हजार से ज्यादा सरचार्ज लग चुका है। जिससे विभागीय कार्य प्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगना लाजमी है। शहरी बिजली वितरण निगम से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार तहसील कार्यालय ने अगस्त, 2016 में 60,160 रुपये का बिल भरा था, लेकिन उसके बाद आज तक कोई बिल अदा नही किया गया। जिससे 10 माह में बिल की राशि 3,26,373 रुपये पर पहुंच चुकी है और उस बकाया बिल पर 53,128 रुपए सरचार्ज लग चुका है। यदि 27 जून तक तहसील कार्यालय बिल नहीं भरता है तो 9,640 रुपये सरचार्ज भी जुड़ जाएगा। जिसके बाद यह राशि 3,36,013 रुपये होगी।
तहसील कार्यालय में एनडीएस श्रेणी का मीटर लगाया गया है। जिसका सेंक्शन लोड 19 किलोवाट है। गत माह तहसील कार्यालय के मीटर से 2598 यूनिट री¨डग निकली है। जिससे कार्यालय का 17,536 रुपये का बिल आया है। वैसे तो सरकार ने हर एक बिजली बिल अदा करने के निर्देश जारी किए हुए है, लेकिन उसके बावजूद सरकारी कार्यालय ही सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ाने में लगे हुए है।
जारी किया गया है नोटिस : एसडीओ
एसडीओ आदित्य कुंडू ने बताया कि तहसील कार्यालय पर 10 माह का 3,26,373 रुपये का बिजली बिल बकाया है। तहसील कार्यालय ने लास्ट पेमेंट 60 हजार रुपये की थी, लेकिन उसके बाद कोई बिल नही भरा है। बिल अदा करने को लेकर तहसील कार्यालय को नोटिस जारी किया गया है, लेकिन अभी तक कोई बिल अदायगी नही की गई है। यदि जल्द से जल्द तहसील कार्यालय बकाया बिल नही भरता तो कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
मामले की जांच करेंगे : एसडीएम
जब इस संबंध में एसडीएम वर्षा खांगवाल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि तहसील कार्यालय पर बिजली बिल बकाया मामले की जांच की जाएगा।