स्मार्ट सिटी के तीसरे प्रपोजल में भी अलापा पुराना राग
जागरण संवाददाता, करनाल : स्मार्ट सिटी का प्रपोजल बनाने के लिए तीसरी बार भी पुराना ही राग अ
जागरण संवाददाता, करनाल : स्मार्ट सिटी का प्रपोजल बनाने के लिए तीसरी बार भी पुराना ही राग अलापा जा रहा है। नगर निगम ने पहले की तरह लोगों को दिन में ही आधुनिक सुविधाओं के सपने दिखाए। शुक्रवार को विकास सदन की बैठक में भी ऐसा ही हुआ। फुटपाथ की बात आई तो सलाहकार टीम के सदस्यों व अधिकारियों ने कहा कि यह बेहद जरूरी है। लेकिन क्या सिर्फ कागजों में ही। आयुक्त ने बताया कि एबीडी के तहत ऐसे एरिया का चुनाव कर उसे विकसित किया जाना है। उन्होंने 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति, शुद्ध पेयजल, सोलर एनर्जी को बढ़ावा, बेहतर सीवरेज व्यवस्था व पानी की निकासी के बेहतर इंतजाम, पीने व गार्ड¨नग के लिए पानी की अलग-अलग लाइन, आरामदायक व सुंदर फुटपाथ, बिजली की तारें अंडरग्राउंड करने की बात कही। यह वही पुरानी बातें है जिनके बारे में पहले के दोनों प्रपोजल में भी बातें हुई और दोनों बार परीक्षा में फेल हो गए। इसे देखकर कहा जा सकता है कि स्मार्ट सिटी का प्रपोजल बनाने में भी महज लीपापोती ही हो रही है। यही हाल रहा तो तीसरी परीक्षा में भी करनाल का पिछड़ना तय है।
फुटपाथ का जिक्र केवल प्रपोजल में
स्मार्ट सिटी के प्रपोजल में तो फुटपाथ का जिक्र है, लेकिन हकीकत में इन पर प्रशासन ने ही अपना कब्जा कर रखा है। बैठकों में शहर के साथ फुटपाथ को भी स्मार्ट बनाने के दावे हो रहे हैं। इधर शहर में बने फुटपाथ पर सांझी साइकिल के स्टैंड व विभागों के बोर्ड लगाकर पैदल पथिकों को सड़क पर चलने को मजबूर किया जा रहा है। हर बार प्रपोजल में फुटपाथ की सुविधा को तवज्जो दी जाती है। मतलब साफ है कि यह बेहद जरूरी है। तो ऐसे क्या कारण हैं कि धरातल पर फुटपाथ से कब्जा हटाने की बजाय प्रशासन ही उसे दबा रहा है। वैसे भी जिस शहर में डीसी के निवास का बोर्ड ही फुटपाथ पर लगा हो वहां भले की उम्मीद करना ही बेमानी है। एनजीटी के सख्त निर्देशों के बाद भी इसे हल्के में लेना नगर निगम की लापरवाही को दर्शाता है। अधिकारी पता नहीं कब फुटपाथ को लेकर गंभीरता दिखाएंगे।
एक बार फिर लोगों से लेंगे सुझाव
बैठक में स्मार्ट सिटी से जुड़े विभिन्न पहलुओं की जानकारी व एकत्र किए गए डाटा को दिखाया गया। एरिया बेस्ड डेवेलपमेंट व पैन सिटी के लिए विभिन्न विकल्प बताए गए। 16 जनवरी से आगामी 25 जनवरी तक क्रिसिल की टीम शहर के लोगों से भेंट कर व ऑनलाइन दी जा रही सुविधाओं की फीडबैक व सुझाव ले रही है। सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद आयुक्त ने 7 से 8 सही विकल्प स्मार्ट सिटी प्रपोजल में शामिल करने के लिए चुने। बैठक में नगर निगम आयुक्त डॉ. आदित्य दहिया, स्मार्ट सिटी प्रपोजल के कार्य में लगी सलाहकार क्रिसिल की टीम मौजूद रह