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स्ट्रीट लाइट ठीक कराने में लोगों की दिलचस्पी कम

जागरण संवाददाता, करनाल : सीएम सिटी को जगमग रखने के लिए नगर निगम हर महीने करीब 5 लाख रु

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Aug 2017 03:01 AM (IST)Updated: Tue, 15 Aug 2017 03:01 AM (IST)
स्ट्रीट लाइट ठीक कराने में लोगों की दिलचस्पी कम
स्ट्रीट लाइट ठीक कराने में लोगों की दिलचस्पी कम

जागरण संवाददाता, करनाल :

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सीएम सिटी को जगमग रखने के लिए नगर निगम हर महीने करीब 5 लाख रुपये खर्च कर रहा है। इतनी बड़ी राशि चुकाई जा रही है तो जाहिर सी बात है कि हर स्ट्रीट लाइट जगनी भी चाहिए। लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। शिकायतों से तंग आकर नगर निगम ने अपने कर्मचारियों की बजाय ठेकेदारों पर विश्वास दिखाया पर वह भी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सके। हालात में सुधार जरूर हुआ लेकिन परिणाम आशा के अनुरूप नहीं हैं। इसके लिए ठेकेदार तो जिम्मेदार हैं ही साथ ही लोगों में जागरुकता की कमी भी इसका बड़ा कारण है। नगर निगम के टोल फ्री नंबर पर खराब स्ट्रीट लाइटों की शिकायत की जा सकती है। नियम के अनुसार शिकायत के बाद 24 घंटे में लाइट ठीक नहीं होती तो जुर्माना का प्रावधान भी है। दैनिक जागरण ने जांच की तो पता चला कि डेढ़ महीने में केवल 600 लोगों ने टोल फ्री नंबर पर इसकी शिकायत की। हुडा के बा¨शदो को छोड़ दें तो खराब स्ट्रीट लाइटों को दुरुस्त कराने में लोगों की दिलचस्पी कम ही है। आंकड़े बताते हैं कि जिन लोगों ने शिकायत की उनकी लाइट 24 घंटे में भीतर ठीक करा दी गई।

स्ट्रीट लाइट खराब तो ऐसे करें शिकायत

अपने शहर को जगमग बनाना है तो जहां लाइट खराब दिखे फौरन इसकी शिकायत टोल फ्री नंबर 18001802700 पर करें। इसके बाद शिकायत व सुझाव का विकल्प आएगा। एक दबाने पर नौ ऑप्शन आएंगे। खराब स्ट्रीट लाइट को ठीक करवाने के लिए चार दबाने पर शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है। इसके अलावा नगर निगम की वैबसाइट पर भी की जा सकती है। लोग नगर निगम में जाकर शिकायत रजिस्टर में भी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। इसके अलावा आफिस के लैंडलाइन नंबर पर भी लाइट ठीक कराने के लिए फोन किया जा सकता है। स्ट्रीट लाइट खराब होने पार्षदों को भी इसकी शिकायत की जा सकती है। 50 प्रतिशत लोग ऐसा ही कर रहे हैं।

लाइट इंस्पेक्टर सहित आठ कर्मचारियों पर निगरानी का जिम्मा

लाइट इंस्पेक्टर मनीष की मानें तो किस एरिया में कितनी लाइट नहीं जग रही इस पर ठेकेदार के सुपरवाइजर के साथ ही नगर निगम का स्टाफ भी निगरानी रखता है। नगर निगम के लाइट इंस्पेक्टर के अलावा, एक सुपरवाइजर व सात बेलदार भी खराब स्ट्रीट लाइटों पर नजर रखते हैं। तीन जोन में ठेकेदार अब तक करीब 2500 स्ट्रीट लाइट ठीक कर चुके हैं। लाइट इंस्पेक्टर ने बताया कि बरसात के दिनों में स्ट्रीट लाइट खराब होने का औसत बढ़ जाता है। ऐसा बारिश के बाद तारों पर कार्बन के कारण होता है। शहर में अधिकतर लाइट पुरानी होने के कारण भी इनमें खराबी अधिक रहती है।

कर्णनगरी में स्ट्रीट लाइट के कुल 10596 प्वाइंट

कर्णनगरी में कुल 10596 लाइट के प्वाइंट हैं। शहर की को चार जोन में बांटकर तीन जोन के 9966 प्वाइंट को 52 लाख रुपये सालाना के ठेके पर दिया गया था। एक जुलाई से ठेकेदारों ने काम शुरू किया था। जोन-4 की 630 लाइट नगर निगम ने अपने पास रखी हैं। जोन 2 में सबसे अधिक स्ट्रीट लाइट के 5483 प्वाइंट हैं। जबकि जोन एक में 2285 प्वाइंट, जोन-2 सबसे अधिक 5483 प्वाइंट हैं। जोन तीन में स्ट्रीट लाइट के कुल 2198 प्वाइंट हैं।

वर्जन

शहर में स्ट्रीट लाइटें मिले तो लोग तुरंत इसकी शिकायत टोल फ्री नंबर पर करें। 24 घंटे में इन्हें ठीक कराया जाता है। जांच करेंगे। पांच प्रतिशत से अधिक लाइट बंद मिलने पर ठेकेदार पर जुर्माना लगाने का प्रावधान है।

धीरज कुमार, कार्यकारी अधिकारी, नगर निगम करनाल


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