घर की छत पर अभ्यास कर राष्ट्रीय स्तर पर जीते 27 पदक
जागरण संवाददाता, करनाल करनाल की तीरंदाज बेटी रिद्धि फोर ने राष्ट्रीय स्तर पर एक बार फि
जागरण संवाददाता, करनाल
करनाल की तीरंदाज बेटी रिद्धि फोर ने राष्ट्रीय स्तर पर एक बार फिर प्रदेश का नाम चमकाया। 63वीं राष्ट्रीय स्कूल तीरंदाजी प्रतियोगिता में दो गोल्ड और एक सिल्वर मेडल पर निशाना साधा। छत्तीसगढ़ में जगदलपुर के इंदिरा गांधी स्टेडियम में 15 से 20 नवंबर तक यह प्रतियोगिता चली। देशभर की तीरंदाज इसमें पहुंची। रिद्धि ने सभी को पछाड़कर यह उपलब्धि हासिल की। वह कभी घर की छत पर टारगेट लगाकर अभ्यास करती थी। सटीक निशाना उसकी सबसे बड़ी ताकत है। सबसे कम उम्र में हरियाणा की अंडर-17 टीम में पहुंचने का गौरव रिद्धि फोर के ही नाम है। महज साढ़े तीन साल के तीरंदाजी के सफर में करनाल की इस होनहार बेटी ने जो कामयाबी हासिल की है वह हर किसी को नहीं मिलती। बेटियों के लिए रिद्धि आज मिसाल बन चुकी है। पिता मनोज फोर ने बताया कि जगदलपुर के सांसद दिनेश कश्यप व छत्तीसगढ़ के शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने रिद्धि को सम्मानित किया।
सीएम ने दिलाया था रिकर्ब धनुष
रिद्धि फोर ने बताया कि रिकर्ब धनुष के लिए उसे जंग लड़नी पड़ी थी। आम प्रतियोगिताओं में इंडियन बॉव धनुष ही काफी होता है, जो सात हजार रुपये में आ जाता है और इसकी टारगेट किट भी करीब साढ़े चार हजार रुपये की होती है, लेकिन राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चयन हुआ तो रिकर्ब धनुष की जरूरत पड़ी। यह पौने दो लाख रुपये का है। आखिरकार ओएसडी अमरेंद्र ¨सह के प्रयासों से सीएम ने रिकर्ब धनुष दिलाया था। इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। रिद्धि ने कहा कि वह दीपिका को अपना आदर्श मानती है।
वाट्सएप के जरिये को¨चग
बाबा रामदास विद्यापीठ की छात्रा रिद्धि महीने में करीब सात दिन इंडियन तीरंदाजी टीम कोच जीवन ज्योत ¨सह से प्रशिक्षण लेती है। लगातार पटियाला में रहना आसान नहीं है, इसलिए पिता मनोज फोर रिद्धि के अभ्यास की वीडियो बनाकर कोच को भेजते हैं। फिर वाट्सएप से ही कोच दिशा-निर्देश देते हैं। रिद्धि के आठ वर्षीय भाई तेजस ने भी अक्टूबर में आयोजित 10वीं मिनी सब जूनियर राष्ट्रीय तीरंदाजी में पिछले दिनों सिल्वर मेडल जीता था।
होनहार बेटी की उपलब्धियों का सफर
तीरंदाजी में रिद्धि ने करीब तीन साल पहले पदार्पण किया था। रिद्धि ने वर्ष 2014 में विजयवाड़ा में अपना पहला गोल्ड मेडल जीता था। इसके अलावा जिला स्तर पर चार गोल्ड मेडल, ओपन स्टेट में ब्रांज मेडल जीतकर करनाल का नाम रोशन किया है। रिद्धि स्कूल स्टेट में लगातार दो बार गोल्ड मेडल जीत चुकी है। राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं 27 मेडल लेकर रिद्धि अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुकी है। तीरंदाजी में महारत हासिल करने वाली करनाल की यह बेटी पढ़ाई में भी अव्वल है। एसबीएस स्कूल में पढ़ने वाली रिद्धि सौ प्रतिशत हाजिरी का खिताब जीत चुकी है।