मरीजों को मिलेगी अब अत्याधुनिक ट्रामा सेंटर की सुविधा
जागरण संवाददाता, करनाल जिले के लोगों को अब अत्याधुनिक ट्रामा सेंटर की सुविधा मिलेगी। किस
जागरण संवाददाता, करनाल
जिले के लोगों को अब अत्याधुनिक ट्रामा सेंटर की सुविधा मिलेगी। किसी भी हादसे में घायल हुए मरीज के पास जो गोल्डन टाईम होता है। उसमें से अधिकतर समय चंडीगढ़ या रोहतक पहुंचने में लगता है। इस दौरान हादसे का शिकार हुए मरीजों की रास्ते में ही मौत हो जाती है। जीटी रोड पर पहली बार अत्याधुनिक ट्रामा सेंटर की सुविधा विर्क हॉस्पिटल की ओर से उपलब्ध करवाई जा रही है। जहां पर प्रदेश के सुप्रशिक्षित 9 डाक्टरों की टीम तैनात रहेगी। सेंटर में आइसीयू भी बनाया जा रहा है। 9 सदस्यों की टीम में न्यूरोसर्जन व दिमाग की चोट के विशेषज्ञ डा. राकेश दुआ के अलावा हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. बलबीर ¨सह विर्क, पेट और छाती की चोट के विशेषज्ञ डा. प्रदीप टिन्ना, नाक की चोट के विशेषज्ञ डा. अभिनव बंसल, आंख विशेषज्ञ डा. अतुल शर्मा व डा. रोहित सदाना शामिल हैं। जर्मन के मैक्जोफेशियल ट्रामा मैनेजमेंट विशेषज्ञ डा. रूडिजर जिमेरर बुधवार को विर्क अस्पताल पहुंचे। वे बैंगलोर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला में भाग लेने के बाद करनाल पहुंचे थे। वे चेहरे में होने वाले कैंसर रोग के विशेषज्ञ भी है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि जर्मनी में लोग स्वास्थ्य के प्रति काफी संवेदनशील है। वहां मरीज को 2 से 3 मिनट में ट्रामा सुविधाएं मिल जाती है। उन्होंने कहा कि भारत में सबसे ज्यादा एक्सीडेंट होते है। दुर्घटना में जब चेहरा विकृत हो जाता है। तो उसको अत्याधुनिक तरीके से पुराने स्वरूप में लाया जा सकता है। इसे मैक्जोफेशियल तकनीक कहते है। उन्होंने बताया कि भारत में ट्रामा सेंटर सुविधाओं को अत्याधुनिक बनाने के लिए अपना परामर्श देंगे। इस अवसर पर डा. राकेश दुआ, डा. अतुल शर्मा, डा. प्रदीप टिन्ना, डा. अभिनव बंसल, डा. नेत्रपाल व प्रवेश गाबा मौजूद रहे।