तेल की पाइपलाइन की दुरुस्त, आरोपी फरार
संवाद सहयोगी, घरौंडा रिफाइनरी की मथुरा-जालंधर पाइप लाइन में सेंधमारी का खुलासा होने
संवाद सहयोगी, घरौंडा
रिफाइनरी की मथुरा-जालंधर पाइप लाइन में सेंधमारी का खुलासा होने के बाद रिफाइनरी प्रबंधन और पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। कंपनी की तकनीकी टीम ने पाइप लाईन को तो दुरुस्त कर दिया है, लेकिन इस षड़यंत्र को अंजाम दे रहा शातिर गिरोह अभी भी कानून की गिरफ्त से बाहर है। शुक्रवार को थाना प्रभारी हर¨जद्र ¨सह ने पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन की। पुलिस का दावा है कि इस मामले की जांच तेज कर दी गई है, जल्द ही आरोपियों को काबू कर लिया जाएगा।
क्षेत्र के कई गांवों से गुजरने वाली रिफाइनरी की मथुरा-जालंधर पाईप लाईन तेल आपूíत के मामले में बेहद ही अहम है। पाइप लाइन के जरिये प्रति घंटे सैकड़ों लीटर पेट्रोल, डीजल व कैरोसिन की सप्लाई की जाती है। ऐसे में पाईप लाइन तेल आपूíत के साथ-साथ बेहद संवेदनशील भी है। घरौंडा इलाके में दूसरी बार रिफाइनरी की मेन पाईप लाईन में सेंधमारी की गई है। लेकिन इस दफा तेल के लुटेरे अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो सके है। हालांकि शातिर गिरोह ने पाईप लाईन से तेल चोरी के लिए पूरी प्ला¨नग तैयार की थी। रिफाइनरी प्रबन्धन से मिली शिकायत के बाद पुलिस ने इस मामले की गहनता से छानबीन शुरू कर दी है।
तेल चोरी के लिए प्ला¨नग
जमीन के नीचे से गुजर रही तेल पाईप से चोरी करना आसान काम नहीं है। इस षड्यंत्र को अंजाम देने का ब्लू ¨प्रट गिरोह ने करीब ढाई महीने पहले ही बना लिया था। इसके लिए गिरोह ने फुरलक गांव की पंचायती भूमि को चिन्हित किया। जहां से पाइप लाइन गुजरती है। फुरलक ग्राम पंचायत द्वारा बीते मई माह में की गई नीलामी के दौरान भूमि ठेके पर लेने के बाद तेल चोरों ने अपनी कार्रवाई शुरू की। गिरोह ने पाइप में छेद करने के लिए देशी उपकरण बना रखे थे। जिस समय इस सेंधमारी का खुलासा हुआ तब तक चोर करीब छह फुट गहरा गड्ढा खोदकर पाइप में वाल्व लगाने की तैयारी कर चुके थे।
दोगुने पट्टे पर ली जमीन
पंचायत भूमि की महंगी नीलामी और पाईप लाईन से तेल चोरी के तार आपस में जुड़े हो सकते हैं। ग्राम पंचायत फुरलक के सरपंच ने बताया कि घरौंडा-फुरलक रोड़ से महज सौ मीटर दूरी पर पंचायत की करीब सवा तीन एकड़ भूमि है। इस बार हुई पंचायत भूमि की नीलामी में इस सवा तीन एकड़ भूमि की बोली काफी ऊंची लगाईं गई। गांव के निवासी मनोज कुमार ने इस भूमि को करीब एक लाख 70 हजार रुपये में पट्टे पर लिया है। सरपंच ने कहा कि ग्राम पंचायत की दूसरी जमीन 30 से 35 हजार के पट्टे पर दी गई है, जबकि इस भूमि के लिए बोली दाता ने करीब दोगुनी रकम चुकाई है। हालांकि ग्राम पंचायत से मई माह में ली गई इस भूमि पर फसल की बिजाई भी बहुत देरी से की गई।