नगर निगम में जमकर गरजीं महिलाएं
जागरण संवाददाता, करनाल : वसंत विहार संघर्ष समिति की अगुवाई में नगर निगम कार्यालय में अवैध क
जागरण संवाददाता, करनाल : वसंत विहार संघर्ष समिति की अगुवाई में नगर निगम कार्यालय में अवैध कालोनियों के बा¨शदों का धरना 8वें दिन भी जारी रहा। सोमवार को नगर निगम का कार्यालय जैसे ही खुला तो लोग फिर से धरने पर बैठ गए। प्रदर्शनकारियों ने सरकार के साथ ही नगर निगम को भी निशाने पर लिया। धरने पर बैठी महिलाएं खूब गरजी और उनकी तादाद पुरुषों से कहीं अधिक रही।
दो दिन की छुट्टियों में कालोनी वैध करो संघर्ष समिति ने जो जागरुकता अभियान चलाया था उसका असर धरने पर बढ़ी लोगों की संख्या के रूप में देखने को मिला। वक्ताओं ने चिर परिचित अंदाज में तंज कसे। किसी ने ठेठ हरियाणवी तो किसी ने पंजाबी व ¨हदी में कालोनियों को वैध करने की मांग रखी। महिलाओं ने कालोनियां वैध करवाने के लिए बनाए विशेष गीतों को गुनगुनाकर लोगों में जोश भरा। दोपहर करीब 12 बजे पृथ्वी विहार के सैकड़ों लोग नारेबाजी करते हुए आए और धरने का समर्थन दिया। गुरुनानकपुरा के लोगों ने भी जनसमूह के साथ अपनी भागीदारी दर्ज करवाई। दुलीचंद चौहान की अध्यक्षता में सुबह 10 बजे से लेकर शाम को चार बजे तक धरना दिया गया। इस अवसर पर विकास नगर, पृथ्वी विहार, कर्ण विहार, अशोक विहार व हकीकत नगर के साथ ही कई कालोनियों से लोग पहुंचे। धरने को पार्षद बाघ ¨सह भूपेंद्र ¨सह नौतना, विनोद प्रधान, बीर ¨सह लाठर, रजनीश, चेतन आनंद, महावीर ¨सह, धर्मपाल, रामकुमार, सतीश सैनी, अवतार ¨सह, राजू गीता कॉलोनी, अशोक शर्मा व सूबे ¨सह ने भी संबोधित किया।
मातृ शक्ति करेगी बेड़ा पार
पार्षद बाघ ¨सह ने कहा कि महिलाओं की तादाद को देखकर संतोष व्यक्त किया। कहा कि इस मुहिम को यदि सफल बनाना है तो हमें और महिलाओं को अपने साथ लाना होगा। मातृ शक्ति ही बेड़ा पार करेगी। इसके बिना कालोनियां वैध होनी संभव नहीं हैं। उन्होंने धरने पर आए लोगों का आभार जताया और अपील की कि अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करें। मर्यादित भाषा में सैकड़ों वक्ताओं ने सरकार को आड़े हाथों लिया। महिलाओं ने भी अपनी धरने में अपने विचार रखे।
गुलाब ¨सह की जिद, कॉलोनी वैध होगी तो मनाएंगे होली
करनाल : कालोनी वैध करवाने के लिए नगर निगम कार्यालय में लोग आठ दिन से धरने पर बैठे हैं। सरकार के खिलाफ हो रही नारेबाजी हर कोई देख रहा है, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो सालों से अपने तरीके से कालोनियां वैध करवाने की जंग लड़ रहे हैं। अवैध कालोनियों में रहने की पीड़ा वह बा¨शदे समझते हैं। ऐसे ही शख्स हैं गुलाब ¨सह पोसवाल। वर्ष 2007 में गुलाब ¨सह मॉडल टाउन से वसंत विहार कॉलोनी में आकर बसे तो काफी अजीब लगा। अपने हक के लिए वह शुरुआत से ही लड़ रहे हैं। खास बात यह है कि उनके विरोध का तरीका औरों से बिल्कुल हटकर है। गुलाब ¨सह की जिद है कि जब तक उसकी कालोनी वैध नहीं होगी तब तक वह होली का त्योहार नहीं मानाएंगे। करीब 11 साल से यही सिलसिला जारी है। बकौल गुलाब ¨सह करीब 20 साल तक मॉडल टाउन में रहने के बाद 2007 में जब वसंत विहार कालोनी में आया तो यहां गंदगी देखकर होली का त्योहार मनाने का मन ही नहीं किया। इसके बाद वह वसंत विहार वेलफेयर एसोसिएशन से जुड़ गए। फिलहाल एसोसिएशन में जनरल सेक्रेटरी हैं। गुलाब ¨सह का कहना है कि जब तक उसकी कॉलोनी वैध नहीं होगी वह अपनी जिद पर कायम रहेगा। जिस वर्ष कॉलोनी वैध होगी वह बड़ी खुशी से यह त्योहार मनाएगा।