सीएम सिटी में करीब 200 करोड़ रुपये जमा
जागरण संवाददाता, करनाल : कालेधन को बाहर निकालने के लिए सरकार की ओर से बंद किए गए 5
जागरण संवाददाता, करनाल : कालेधन को बाहर निकालने के लिए सरकार की ओर से बंद किए गए 500 व 1000 के नोटों को जमा कराने के लिए बृहस्पतिवार को दिनभर बैंकों में मारामारी मची रही। सुबह आठ बजे से ही लोगों की बैंकों में लाइनें लगनी शुरू हो गई। लोगों की भीड़ को देखते हुए कई बैंक सुबह नौ बजे ही खोल दिए गए। लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिसबल भी तैनात किया गया। कई जगह पर पुलिसकर्मी सुरक्षा को छोड़कर बैंकों में अपने 500 व 1000 के नोटों को बदलवाने के लिए स्वयं ही लाइन में लग गए।
एलडीएम राजेंद्र मल्हौत्रा के अनुसार के अनुसार जिलेभर के करीब 350 बैंकों में 500 व 1000 के नोट जमा कराए गए। सभी ब्रांचों में अनुमानित करीब एक ही दिन में करीब 200 करोड़ की राशि जमा कराई गई। हालांकि नई करंसी दोपहर तक उपलब्ध नहीं होने के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। कुछ प्राइवेट बैंकों ने तीन बजे के बाद करंसी उपलब्ध करानी शुरू कर दी। दिनभर बैंकों ने लोगों को 100-100 रुपये के नोट उपलब्ध कराए।
शाम आठ बजे तक काम में जुटा रहा स्टाफ
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की गाइडलाइन के अनुसार सभी बैंकों को आठ बजे तक वर्किग के लिए आदेश जारी किए गए थे। बैंक कर्मचारी करीब आठ बजे तक काम में जुटे रहे। रकम ज्यादा होने के कारण बैंक कर्मचारियों ने चौकसी बरतते हुए कार्य किया। सभी बैंक प्रबंधक स्वयं जिम्मेदारी संभाले हुए थे। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया सेक्टर 12 ब्रांच के मैनेजर कैलाश शर्मा ने कमान संभाले रखी। लोगों को भी एनाउंसमेंट कर जेब कतरों से सावधान रहने के लिए आगाह किया।
कई ब्रांच हो गई साढ़े चार बजे बंद
सुबह से ही बैंकों में उमड़ी लोगों की भीड़ ने 500 व 1000 के नोटों को जमा करवाने के साथ-साथ घर का खर्च चलाने के लिए 100-100 के नोट भी लिए। बैंकों ने 100 के नोट लेने की सीमा 10 हजार तक निर्धारित कर रखी थी, ताकि सभी उपभोक्ताओं का काम चल सके। लेकिन कई ब्रांचों में कैश की कमी पड़ गई। आरके पुरम निवासी जगदीश चंद शर्मा ने बताया कि सेक्टर नौ स्थित इंडियन बैंक की ब्रांच कैश खत्म होने के कारण साढ़े चार बजे ही बंद कर दी गई। लोगों को मायूस होकर बैरंग लौटना पड़ा।
तीन बजे के बाद पहुंची नई करंसी
नई करंसी लेने के लिए लोगों में नया उत्साह रहा। सरकारी बैंकों में दोपहर तीन बजे के बाद ही 2000 हजार के नोट पहुंच पाए। जिस कारण बैंक कर्मचारियों ने लोगों को 100-100 के नोट उपलब्ध कराने पड़े। तीन बजे के बाद नई करंसी देना शुरू किया गया। हालांकि प्राइवेट बैंकों में सुबह से ही नई करंसी आ गई थी। इंडसइंड, कोटक म¨हद्रा बैंक सहित अन्य बैंकों ने पहले लोगों को 100-100 की करंसी उपलब्ध कराई, उसके बाद दो हजार के नए नोट उपलब्ध कराए।
सुरक्षा छोड़ करंसी बदलवाने पुलिसकर्मी लाइन में
सेक्टर 12 स्थित कोटक म¨हद्रा बैंक में बृहस्पतिवार को अनोखा नजारा देखने को मिला। जिन पुलिस कर्मचारियों को लोगों की सुरक्षा में लगाया गया था वह ड्यूटी छोड़कर 500 व 1000 के नोट जमा कराने के लिए लाइन में खड़े हो गई। पुलिसकर्मियों को लाइन में लगा देखकर लोगों ने कहा कि लोगों की सुरक्षा करना उनका पहला काम होना चाहिए। उन्हें बाद में अपना निजी काम करना चाहिए। पुलिसकर्मियों ने कहा कि उन्हें भी पैसों की जरूरत है, इसलिए नोट बदलवाने में कोई हर्ज नहीं होना चाहिए।