किसान ¨सचाई के बाद डालें फसल में उर्वरक
संवाद सूत्र, नि¨सग : गेहूं की पहली ¨सचाई का काम जोरों से चल रहा है। किसान फसल की ¨सचाई
संवाद सूत्र, नि¨सग : गेहूं की पहली ¨सचाई का काम जोरों से चल रहा है। किसान फसल की ¨सचाई के साथ ही उसमें यूरिया खाद भी डाल रहे है। ताकि फसल के पौधों में भरपूर फुटाव होने से अच्छी पैदावार ली जा सके। 25 नवंबर से पांच अक्टूबर के बीच फसल की बिजाई करने वाले किसानों ने कई दिन पूर्व फसल की ¨सचाई कर दी है। क्षेत्र में अभी तक बहुत से किसानों ने फसल की ¨सचाई शुरू नहीं की। जो दो चार दिनों के अंतराल में शुरू करने वाले है। जबकि अधिकतर किसान फसल ¨सचाई के कार्य में जुटे है। कृषि विकास अधिकारी डा. राधेश्याम गुप्ता ने कहा कि किसान ¨सचाई से पूर्व फसल में यूरिया नहीं डाले। उर्वरक का पूरा फायदा लेने के लिए ¨सचाई केबाद फसल में उर्वरक डाले। उन्होंने बताया कि ¨सचाई से पूर्व डाला गया उर्वरक पानी के साथ ब्लीच होकर जमीन में चला जाता है। जिससे पौधे को उर्वरक की कम मात्रा मिलने के कारण कम फुटाव होता है। उन्होंने किसानों से फसल की पहली ¨सचाई में हल्का पानी लगाने व ¨सचाई के बाद कम पानी में उर्वरक डालने की सिफारिस की है। ताकि किसान को फसल में डाले गए उर्वरक का पूरा लाभ मिल सके। इसके साथ ही उन्होंने हैप्पीे सीडर से बिजाई किए गए खेत में ¨सचाई से पूर्व खाद डालने की सलाह दी है। ताकि ¨सचाई के बाद डालने से खाद धान के अवशेषों पर न पडी रहे। उन्होंने किसानों को 21 दिन के बाद गेहूं की ¨सचाई व तप्पड़ में जीरों ड्रिल से सीधी बिजाई की गई गेहूं की ¨सचाई 18 दिन में करने की सलाह दी है। ताकि नमी के अभाव में फसल के पौधों की जड़े सूखने से फुटाव प्रभावित नहीं हो।