कृषि में सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा जलवायु परिवर्तन : डॉ. जीपी
जागरण संवाददाता, करनाल भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान करनाल में तीन दिवसीय प्रशिक्षण
जागरण संवाददाता, करनाल
भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान करनाल में तीन दिवसीय प्रशिक्षण का आगाज हुआ। जलवायु स्मार्ट कृषि द्वारा खाद्य एवं पोषण सुरक्षा विषय के प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि डॉ. जीपी ¨सह ने की। उन्होंने इस प्रशिक्षण को आज की जरूरत बताया। कहा कि जलवायु स्मार्ट कृषि के सभी छह स्तंभों, मौसम स्मार्ट, जल स्मार्ट, कार्बन स्मार्ट, पोषण स्मार्ट, ऊर्जा स्मार्ट व ज्ञान स्मार्ट पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि कृषि की वर्तमान स्थिति में सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा जलवायु परिवर्तन का है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशिक्षण का विषय रखा गया है। डॉ. जीपी ने प्रशिक्षणार्थियों को अपनी आय दोगुनी करने के सार्थक प्रयास के लिए प्रेरित किया। साथ ही यह भी बताया कि प्रशिक्षण में गन्ना, पशुपालन, सब्जी उत्पादन आदि पर भी रखे गए व्याख्यानों से किसान लाभान्वित होंगे। डॉ. अनुज कुमार ने इसके विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य भारत में जलवायु स्मार्ट कृषि के लिए मौसम में परिवर्तन के प्रति संवेदनशील क्षेत्रों का पता लगाना है। प्रशिक्षण द्वारा किसानों का कौशल विकास इस परियोजना का अहम हिस्सा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में करनाल जिले के 30 प्रगतिशील किसानों ने हिस्सा लिया। 18 फरवरी को इसका समापन होगा। परियोजना के मुख्य अन्वेषक डॉ. सेंदिल आर ने बदलते जलवायु परिवेश में कृषि की चुनौतियां व उससे जुड़े पहलुओं से प्रशिक्षणार्थियों का मार्गदर्शन किया। डॉ. सत्यवीर ¨सह ने प्रगतिशील किसानों का आभार व्यक्त किया।