आत्महत्या के लिए उकसाने पर हवलदार को भेजा जेल
जागरण संवाददाता, करनाल सिरसी गांव की युवती आरती को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के मा
जागरण संवाददाता, करनाल
सिरसी गांव की युवती आरती को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के मामले में गिरफ्तार हवलदार रामनाथ को अदालत में पेश किया गया। न्यायाधीश जतिन गर्ग की अदालत ने रामनाथ को न्यायिक हिरासत के तहत जेल भेजने के आदेश दिए हैं। एक दिन के रिमांड के दौरान पुलिस ने हवलदार की निशानदेही पर अंबाला रेलवे स्टेशन की पार्किंग से कार बरामद की है। कार में ही वह युवती आरती को अपने साथ ले गया था।
रामनाथ को रिमांड पर लेने के बाद पुलिस ने कई घंटे तक पूछताछ की। पुलिस के अनुसार छानबीन में यह बात सामने आई है कि रामनाथ जब आरती को अपनी कार में लेकर गया था तो उसने कार में ही जहरीला पदार्थ खा लिया था। हालत बिगड़ने पर रामनाथ उसे रादौर के एक अस्पताल में ले गया, जहां उसे इलाज दिलाया गया। अस्पताल से दवा लेने के बाद जब वह उसे वापस लेकर आ रहा था तो रास्ते में उसकी मौत हो गई। आरती की मौत से घबराए रामनाथ ने उसके शव को गोल्फ ग्राउंड में फेंक दिया और देर रात परिजनों को उसका शव मिलने की सूचना दी। परिजनों को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने हवलदार पर हत्या का आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने के लिए हंगामा किया था।
पुलिस ने आरती की मां कृष्णा के बयान पर रामनाथ के खिलाफ हत्या की धारा के तहत मामला दर्ज किया था। इस मामले पर संज्ञान लेते हुए राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कमलेश पंचाल ने डीएसपी राजकुमार वालिया व थाना प्रभारी से जवाब तलबी भी की थी। अध्यक्ष ने सिरसी गांव में पीड़ित परिजनों से भी मुलाकात की थी। इसके बाद ही हरकत में आई पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया था। हवलदार को काबू करने के बाद यह बात सामने आई थी कि युवती ने खुद ही जहरीले पदार्थ का सेवन किया था। बाद में पुलिस ने हत्या की धारा को हटाते हुए आत्महत्या के लिए मजबूर करने की धारा के तहत गिरफ्तारी डालते हुए उसे अदालत में पेश किया था।