दलितों ने किया पलायन, गांव लौटने से इन्कार
जागरण संवाददाता, करनाल तरावड़ी के गांव सग्गा में दलित युवक की घुड़चढ़ी से उपजा विवाद ग
जागरण संवाददाता, करनाल
तरावड़ी के गांव सग्गा में दलित युवक की घुड़चढ़ी से उपजा विवाद गहरा गया है। इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने और गांव में खुद को सुरक्षित नहीं महसूस करने की बात कहते हुए करीब 200 दलित परिवारों ने गांव से पलायन कर दिया। कर्ण पार्क में डेरा डालने के बाद ग्रामीण प्रदर्शन करते हुए जिला सचिवालय पहुंचे और यहीं पर डट गए। उपायुक्त मंदीप ¨सह बराड़ व एसपी जेएस रंधावा सहित कई प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों की मांगें सुनीं और उन्हें पूरा करने का आश्वासन दिया। लेकिन ग्रामीणों ने सुरक्षा का हवाला देते हुए गांव में लौटने से इन्कार कर दिया।
सोमवार दोपहर करीब 11 बजे दलित परिवारों ने अपने मकान पर ताले लटका दिए और समान लेकर गांव से पलायन कर लिया। दलितों ने अब साफ किया है कि एक तो वह गांव में नही रहेंगे। इसलिए उन्हें करनाल में रहने की जगह दी जाए। और दूसरा जिन आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है। उनकी तुरंत गिरफ्तारी की जाए। दोपहर करीब साढे़ तीन बजे ग्रामीण कर्ण पार्क से प्रदर्शन करते हुए जिला सचिवालय पहुंचे और यहां गेट के सामने जाम लगा दिया। ग्रामीणों को समझाने के लिए देर रात तक प्रयास जारी रहे, लेकिन ग्रामीणों ने एक टूक यही जवाब दिया कि वह गांव वापिस नहीं जाएंगे।
यह है मामला
शुक्रवार की रात को गांव में युवक सोमवीर की घुड़चढ़ी थी। शादी की खुशी में डीजे बजाया जा रहा था। इस पर एक समुदाय ने ऐतराज जाहिर किया। इस विवाद ने दोनों समुदाय के बीच में झगडे़ का रूप ले लिया था। इस बीच हुए पथराव में कई लोग घायल भी हो गए थे। दोनों पक्षों के बीच में शनिवार को पंचायत भी हुई थी और इसके बाद मामला शांत होने का दावा किया गया था।