हर साल 800 वाहन होते हैं चोरी, फिर भी सजग नहीं प्रशासन
जागरण संवाददाता, करनाल नियमों के अनुसार वाहनों पर हाइ सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना जरूर
जागरण संवाददाता, करनाल
नियमों के अनुसार वाहनों पर हाइ सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना जरूरी है, लेकिन इस नियम को लेकर लोगों के अलावा प्रशासन भी गंभीर नहीं है। घरेलू वाहन चालक इस प्लेट की जगह आकर्षक फैंसी नंबर प्लेट लगवाना पसंद कर रहे है। सीएम सिटी में हर वर्ष करीब 30 हजार कमर्शियल और निजी नए वाहन सड़क पर आते हैं। इनमें करीब 20 हजार दुपहिया वाहन होते हैं, लेकिन हाइ सिक्योरिटी नंबर प्लेट सभी वाहनों पर नहीं लगती। हालांकि रजिस्ट्रेशन के समय इस प्लेट की फीस सभी वाहन मालिकों द्वारा अदा की जाती है, लेकिन पैसे देने के बाद भी लोग इन नंबर प्लेट्स को लगवाने में दिलचस्पी नहीं दिखाते और न ही प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान है। ऐसे में सन 2013 से आरटीए कार्यालय में करीब पांच हजार हाइ सिक्योरिटी नंबर प्लेट्स धूल फांक रही है। जिन्हें अपने मालिकों का इंतजार है।
करनाल स्थित ई-दिशा केंद्र में पहली जनवरी 2015 से 14 सितंबर 2017 तक कुल 75160 वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। जिसमें करीब 58 हजार रजिस्ट्रेशन दुपहिया वाहनों के हुए हैं, जबकि शेष रजिस्ट्रेशन कार, ट्रैक्टर व हारवेस्टर के हैं। इसके अलावा आरटीए कार्यालय में भी इस समयावधि में 5917 कमर्शियल वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट की फीस सभी वाहन चालकों से ली जाती है, लेकिन करीब 60 प्रतिशत वाहनों ने ही यह प्लेट लगवाई।
40 प्रतिशत चोरी होते हैं दोपहिया वाहन
जिले में हर साल करीब 800 वाहन चोरी होते हैं, लेकिन फिर भी सुरक्षा के लिहाज से लोग हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लगवाते। पुलिस विभाग के अनुसार पहली जनवरी 2016 से 14 सितंबर 2017 तक 1384 वाहन चोरी हुए हैं। जिनमें करीब 40 प्रतिशत वाहन दोपहिया हैं, जबकि 351 वाहन ही पुलिस को कार्रवाई के दौरान ही मिले हैं। चोरी हुए अधिकतर वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट ना होने के कारण 884 वाहनों को पुलिस आज तक ट्रेस भी नहीं कर पाई।
इस वर्ष में इतने वाहनों का हुआ रजिस्ट्रेशन (1 जनवरी से 31 दिसंबर तक)
वर्ष दुपहिया वाहन कार ट्रैक्टर हारवेस्टर ट्रक व बस (आरटीए में)
2015 21780 5720 802 115 1826
2016 22580 5056 883 83 2379
2017 13876 3613 592 60 1712
नोट- वर्ष 2017 के आंकड़े 1 जनवरी से 14 सितंबर तक हैं। ट्रक और बस को छोड़कर अन्य सभी वाहनों का रजिस्ट्रेशन ई-दिशा केंद्र में होता है।
वर्जन-
काफी वाहनों की नंबर प्लेट स्टोर में पड़ी है। बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के वाहनों की चाला¨नग की जा रही है। जिनकी नंबर प्लेट स्टोर में है। उन्हें प्लेट लगवाने के लिए सूचित भी किया जा रहा है। सभी को नियमों का पालन करना चाहिए। -निशांत कुमार यादव, एडीसी एवं आरटीए सचिव।
वर्जन-
ज्यादातर दोपहिया वाहन ही चोरी होते है। सभी वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगनी चाहिए। दो वर्ष में चोरी हुए 1384 वाहनों में से 351 ही बरामद हो सके हैं। ज्यादातर वाहनों को ट्रेस भी नहीं किया जा सका। -रोहताश, प्रभारी, एंटी आटो थेफ्ट टीम।