Move to Jagran APP

सांगवान का अब अरोड़ा-खत्री बिरादरी पर भड़काऊ बयान

मुख्‍यमंत्री मनेाहन लाल को पाकिस्‍तानी बताने वाले जाट नेता हवा सिंह सांगवान ने एक फिर भड़काऊ बयान दिया है। इस बार उन्‍हाेंने अरोड़ा और खत्री बिरादरी को निशाना बनाया है। उन्होंने कहा कि ये लोग अपनी मर्जी से नहीं भारत नहीं आए, बल्कि पाकिस्तान से भगाए गए थे।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2015 05:59 PM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2015 11:16 AM (IST)
सांगवान का अब अरोड़ा-खत्री बिरादरी पर भड़काऊ बयान

जागरण संवाददाता, करनाल। मुख्यमंत्री मनेाहन लाल को पाकिस्तानी बताने वाले जाट नेता हवा सिंह सांगवान ने एक फिर भड़काऊ बयान दिया है। इस बार उन्हाेंने अरोड़ा और खत्री बिरादरी को निशाना बनाया है। उन्होंने बंटवारे के समय इस बिरादरी की कुर्बानियों को दरकिनार करते हुए कहा कि ये लोग अपनी मर्जी से नहीं भारत नहीं आए, बल्कि पाकिस्तान से भगाए गए थे।

loksabha election banner

मुख्यमंत्री मनोहर लाल फिर साधे निशाने

राष्ट्रीय दलित-पिछड़ा एकता संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष हवा सिंह सांगवान ने यहां जाट धर्मशाला में पत्रकारों से बताचीत में एक बार फिर मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर प्रहार किए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के शहीदों के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है और दूसरी ओर कुरुक्षेत्र में पंचनद शहीद स्मारक बनाया गया है।

उन्होंने कहा कि गोहाना में दिए बयान को मुश्ख्यमंत्री वापस लें, अन्यथा उनके खिलाफ उनका प्रचार जारी रहेगा। सितंबर माह में सीएम मनोहर लाल ने गोहाना में कहा था कि हरियाणवी लोग कंधों तक मजबूत
और ऊपर से कमजोर होते हैं। इसका सीधा अर्थ है कि हरियाणवी दिमागी तौर पर कमजोर होते हैं।

सांगवान ने कहा, उनके कहने का अर्थ यह भी हो सकता है कि प्रदेश में 94 प्रतिशत से अधिक हरियाणवी मूल के लोग रहते हैं। लेकिन, उनके दिमाग कमजोर होने के कारण वह एक पंजाबी मूल के होते हुए भी उन पर राज कर रहे हैं। सीएम का बयान हरियाणवी मूल के लोगों के आत्मसम्मान पर ठेस पहुंचाने वाला है, इसलिए तुरंत हरियाणवी मूल के किसी भी भाजपा नेता को सीएम बनाया जाए।

उन्होंने अरोड़ा व खत्री बिरादरी का जिक्र करते हुए कहा कि इन बिरादरी के लोगों को पाकिस्तान से भगाया गया थे। इस बिरादरी के लोग किसानों के मसीहा सर छोटू राम के खिलाफ नारे लगाते थे। 1966 में हरियाणा बना तो अलग से हरियाणा बनने का विरोध करने वाले एकमात्र जनसंघ के लोग थे। उनके नेता मंगल सेन की अगुवाई में
जगह-जगह विरोध करवाया था।

उन्होंने कहा कि जनसंघ में उस समय अधिकतर पंजाबी मूल के हिंदू लोग होते थे। जो पंजाब को दुभाषिया राज्य रखना चाहते थे, ताकि गोपीचंद भार्गव व भीमसेन सच्चर जैसे हिंदू पंजाबी नेता पंजाब के मुख्यमंत्री बनते
रहें। इसलिए जनसंघ मूल के नेताओं को हरियाणा प्रदेश पर राज करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।

उन्होंने कहा कि सीएम मनोहर लाल जाटों को आरक्षण देने के हक में नहीं हैं, क्योंकि वह जाटों को गरीब नहीं मानते। इसके बावजूद जाट अपना हक लेकर रहेंगे। इसके लिए उन्हें चाहे हिंसात्मक रास्ता ही क्यों अख्तियार नहीं करना पड़े। उन्होंने कहा कि सीएम मनोहर लाल गोमांस पर विवादित बयान देकर असहिष्णुता फैला रहे हैं।

गीदड़ की मौत आती तो शहर की ओर भागता

हवा सिंह सांगवान ने जाटों को लेकर दिए गए कुरुक्षेत्र के सांसद राजकुमार सैनी के विवादित बयान पर पहले चुप्पी साधे रखी। बाद में उन्होंने कहा कि गीदड़ की मौत आती है तो शहर की ओर भागता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.