बीमारियों से बचाव के लिए घर-घर पहुंचे स्कूली छात्र
जागरण संवाददाता, कैथल : डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए स्क
जागरण संवाददाता, कैथल : डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए स्कूली छात्रों ने सभी गांवों में घर घर जाकर दस्तक दी। जिले के सभी खंडों के 45 हजार छात्र इस अभियान का हिस्सा बने। सभी खंडों में खंड शिक्षा अधिकारियों की देखरेख में यह अभियान चलाया गया।
कैथल में कार्यक्रम की शुरुआत गांव मूंदड़ी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल से हुई। जहां जिला शिक्षा अधिकारी शमशेर ¨सह सिरोही और कार्यक्रम अधिकारी सुरेश गुलशन ने छात्रों को अभियान के बारे में जानकारी दी। इसके बाद दस्तक नामक जागरूकता अभियान शुरु हुआ। प्रधानाचार्य रामपाल ने बताया कि टीमें बनाकर स्कूल के विद्यार्थी सुबह सात बजे से ही पूरे गांव में फैल गए थे। ऐसा कोई घर नहीं था जहां विद्यार्थियों ने दस्तक ना दी हो। उन्होंने कहा कि खुद जिला शिक्षा अधिकारी पूरे अभियान के दौरान मौजूद रहे। विद्यार्थियों ने बीमारियों के पनपने, बचाव और इनके लक्षणों के बारे में ग्रामीणों को विस्तार से जानकारी दी। स्कूल के स्काउट के छात्रों ने आगे भी इस अभियान को जारी रखने और गांव को बीमारी मुक्त बनाने की शपथ ली। इसके बाद स्कूल लौटे सभी छात्रों ने स्टाफ सदस्यों के साथ मिलकर पौधरोपण भी किया।
शिक्षा विभाग ने की नई पहल
जिला शिक्षा अधिकारी शमशेर ¨सह सिरोही ने कहा कि यह मौसम बीमारियां पनपने के लिए सबसे अनुकूल होता है। शिक्षा विभाग ने इन घातक बीमारियों से बचाव के लिए अच्छी पहल की है। खास बात ये है कि यह कार्यक्रम सिर्फ औपचारिकता भर नहीं था। सभी ने अभियान को सफल बनाने में पूरा सहयोग दिया। अभियान का असर इस वर्ष मरीजों की संख्या में कमी के माध्यम से साफ दिखेगा।
कैथल के ही शेरगढ़ गांव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों ने भी गांव के सभी घरों में अपनी दस्तक दी। ¨प्रसिपल सुरेश गुलशन ने बताया कि प्राध्यापक सतीश कालड़ा के नेतृत्व में विद्यार्थियों ने सभी घरों में पहुंचकर लोगों को बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक किया। इसके बाद गांव में एक रैली का आयोजन भी किया। अभियान को सफल बनाने के लिए विद्यार्थियों को कई टीमों में बांटा गया था। उन्होंने कहा कि इसके बाद स्कूल प्रागंण में पौधरोपण किया गया। जहां विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों ने मिलकर सौ पौधे स्कूल प्रागंण में लगाए।