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निजी परमिट के विरोध में भड़के रोडवेज कर्मी

जागरण संवाददाता, कैथल : हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने सोमवार को बस अड्ड

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 May 2017 12:04 AM (IST)Updated: Tue, 30 May 2017 12:04 AM (IST)
निजी परमिट के विरोध में  भड़के रोडवेज कर्मी
निजी परमिट के विरोध में भड़के रोडवेज कर्मी

जागरण संवाददाता, कैथल : हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने सोमवार को बस अड्डा पर नई परिवहन नीति के विरोध में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इसकी अध्यक्षता डिपो के सभी संगठनों के प्रधान लखपत ¨सह, कृष्ण गुलियाना, रामफल शिमला, सुशील कुमार ने सयुंक्त रूप से की। मंच का संचालन डिपो सचिव महावीर ¨सह ने किया।

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वरिष्ठ उपप्रधान पहल ¨सह तंवर, मांगे राम शर्मा व संगठन सचिव जसबीर ¨सह ने कहा कि सरकार द्वारा जो यह नई परिवहन नीति जारी की गई है, उसे लेकर कर्मचारियों में रोष पनप रहा है।

सरकार द्वारा यूनियनों को आश्वासन दिया गया था कि सरकार जल्द ही उच्च न्यायालय में इस नई परिवहन नीति को रद करने का शपथ पत्र देगी लेकिन पहले तो सरकार द्वारा उस पॉलिसी में संशोधन करने का शपथ पत्र दिया गया, लेकिन बाद में यूनियन की दोबारा बुलंद आवाज से फिर कोर्ट में इस परिवहन नीति को रद करने का शपथ पत्र दिया गया।

सरकार द्वारा बार-बार आश्वासन दिया गया था कि कोई भी बस नई परिवहन नीति की तर्ज पर नहीं चलेगी, लेकिन सिरसा और जींद में फिर प्राइवेट आपरेटरों द्वारा सरकार की सह पर बसों को चलाना शुरू कर दिया गया था, जिससे रोडवेज कर्मचारियों में बहुत गहरा रोष है।

उन्होंने कहा कि सरकार को सही मार्ग दर्शन न देकर गलत रिपोर्ट भेजी जा रही है। हर पंचायत आज सरकारी बस की मांग कर रही है, लेकिन कोई भी व्यक्ति प्राइवेट बस की यात्रा नहीं करना चाहता। फिर भी सरकार में बैठे अधिकारी प्राइवेट पॉलिसी को अमलीजामा पहनाने पर उतारू है।

18 जून को किया जाएगा

परिवहन मंत्री का घेराव

रोडवेज कर्मचारियों ने कहा कि यदि मांगों को पूरा नहीं किया गया तो 18 जून को मतलौडा में परिवहन मंत्री के कैंपस का घेराव किया जाएगा। फिर भी यदि कोई समाधान नहीं हुआ तो नौ जुलाई को कर्ण पार्क करनाल में मुख्यमंत्री के आवास का घेराव करेंगे।

रोडवेज कर्मचारियों की ये मांगें

-प्राइवेट परमिट नीति को रद किया जाए।

-विभाग के बेड़े में दस हजार नई बसें शामिल की जाए।

-ठेकेदारी प्रथा को बंद किया जाए।

-अस्थायी कर्मचारियों को पक्का किया जाए।

ये रहे मौजूद

कृष्ण किच्छाना, राजकुमार नेपेवाला, दर्शन कुमार, राजेन्द्र मिगलानी, रामनिवास कुराड, रामफल सिरटा, सतपाल शर्मा, विमल कुमार, बारू राम, र¨वद्र कुमार, रामपाल नैणा, सतबीर भाना, सुरेश मराठा, राजेश कुमार, नरेश शर्मा, रामकुमार, राजेंद्र बुग्गा, सोहन लाल, प्रीतम सिह, जय प्रकाश मौजूद थे।


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