30 सालों से गरीबों में बांट रहे बुढ़ापा पेंशन
संवाद सहयोगी, गुहला-चीका : 95 वर्षीय सेठ लाल चंद गोयल सरकार से बुढ़ापा पेंशन तो ले रहे ह
संवाद सहयोगी, गुहला-चीका :
95 वर्षीय सेठ लाल चंद गोयल सरकार से बुढ़ापा पेंशन तो ले रहे हैं, लेकिन पेंशन मिलते ही वह उसे गरीबों में बांट देते हैं। यह सिलसिला पिछले तीस सालों से निरंतर बरकरार है।
लाल चंद ने 25 साल तक नंबरदारी भी की और इससे जो भी मानदेय सरकार की तरफ से मिलता वह उसको भी गरीब लोगों में बांट देते थे। उन्होंने बताया कि जब वह नम्बरदार बने तो उसी समय ठान लिया था कि भगवान ने उन्हें बहुत कुछ दिया है। नम्बरदारी से मिलने वाले वेतन से वह गरीब लोगों की सेवा करेंगे। यह प्रण तब तक निभाया जब तक वह स्वयं नम्बरदार रहे। पुत्र को नम्बरदारी सौंपने के बाद ख्याल आया कि उन्हें तो बुढ़ापा पेंशन लेने की भी कोई जरूरत नहीं है क्योंकि परमात्मा का दिया सबकुछ है। इसके बाद प्रण लिया कि वह सरकार से तो बुढ़ापा पेंशन लेंगे, लेकिन उसे भी गरीबों में बांट देंगे। यह कार्य तब तक जारी रहेगा जब तक उनके जीवन की अन्तिम पेंशन आएगी।
लाल चंद ने बताया कि उन्होंने अपने परिजनों को कह दिया है कि मरने के बाद जो अन्तिम पेंशन आएगी, वे उसे भी गरीबों में बांट दें। लाल चंद ने कहा कि यही उनकी अन्तिम इच्छा भी है।