शहर बना भ्रूण ¨लग जांच का अड्डा
जागरण संवाददाता, कैथल : जिले में गर्भ में भ्रूण की ¨लग जांच थमने का नाम नहीं ने रही है। कैथ
जागरण संवाददाता, कैथल : जिले में गर्भ में भ्रूण की ¨लग जांच थमने का नाम नहीं ने रही है। कैथल भ्रूण ¨लग जांच कराने वाले दलालों का गढ़ बन चुका है। एक महीने में इस गोरखधंधे से जुड़े तीन गिरोहों को काबू किया गया है। सभी में समानता ये है कि गिरोह कैथल से ग्राहक तैयार करके गर्भवती महिलाओं को भ्रूण¨लग जांच के लिए उत्तर प्रदेश ले जाते हैं। जहां पर खेतों में बने कमरों में अल्ट्रासाउंड किया जाते हैं। इसके लिए 20 से 25 हजार रुपये की राशि ली जाती है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 15 जून को गर्भ में भ्रूण की ¨लग जांच से जुड़े एक महिला व एक व्यक्ति को उत्तर प्रदेश से काबू किया था। जो कैथल से गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड कराने के लिए यूपी ले जाते और जांच कराकर बता देते कि महिला के पेट में लड़का पल रहा है या लड़की। दूसरा गिरोह 14 जुलाई को स्वास्थ्य विभाग करनाल की टीम ने काबू किया जिससे कैथल के एक निजी अस्पताल की नर्स जुड़ी हुई थी। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग व करनाल की टीम ने आठ आरोपियों को काबू किया है। जबकि चार फरार हो गए थे। तीसरा गिरोह 22 जुलाई को काबू हुआ। इसमें एक दलाल व दो महिलाएं शामिल है। एक महीने में सामने आए मामलों से पता चलता है कि कैथल जिला गर्भ में भ्रूण ¨लग जांच कराने वाले दलालों का अड्डा बन चुका है। यहां दूसरे जिलों के दलालों ने भी अपने ठिकाने बनाए हुए हैं।
कमीशन का चलता है खेल
कोख में अजन्मी बेटियों के कत्ल के पीछे कमीशन का खेल चलता है। पांच-सात हजार रुपये के कमीशन के लालच में महिलाएं गर्भवतियों को पंजाब और उत्तरप्रदेश के साथ लगते अस्पतालों में ले जाती हैं। लोकल शहरों के अस्पतालों में चेकअप के लिए आने वाली महिलाओं पर तो यह नजर रखती ही हैं, बेटों की चाह में खुद कोख में बेटियों की हत्या कराने वाले भी इन्हें ढूंढ ही लेते हैं। उत्तर प्रदेश में भ्रूण ¨लग जांच करवाने वाले इस अंतरराज्यीय गिरोह की जड़ें काफी गहरी हैं। इस गोरखधंधे से जुड़े लोगों के जिले ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों तक जाल फैलाए हुए हैं।
कैथल के लोग यूपी में करवाते है भ्रूण ¨लग जांच
कैथल के लोग पंजाब व यूपी में गर्भ में पल रहे भ्रूण की ¨लग जांच कराते हैं। इसके लिए अल्ट्रासाउंड केंद्रों की भूमिका भी संदिग्ध रहती है। सामान्य चेकअप के नाम पर गर्भ निर्धारण का खेल खूब चल रहा है। सरकार के लाख प्रयास के बावजूद इस पर अभी तक रोक नहीं लग पाई। यही कारण है कि कैथल में ¨लगानुपात की स्थिति प्रदेश में ¨चताजनक स्थिति पर है। जिले में कई गांव ऐसे है जहां पर एक हजार लड़कों के मुकाबले 800 लड़कियां भी पैदा नहीं हो पाई।