श्रमिकों ने प्रदर्शन कर सरकार को कोसा
प्राइम इन्फो : शहर में मंगलवार का दिन धरने, प्रदर्शन और जुलूस के नाम रहा। किसानों ने अपनी
प्राइम इन्फो : शहर में मंगलवार का दिन धरने, प्रदर्शन और जुलूस के नाम रहा। किसानों ने अपनी कई मांगों को लेकर पहले सनातन धर्म मंदिर में बैठक की और फिर लघु सचिवालय पर प्रदर्शन। भवन निर्माण कारीगर यूनियन ने अपने मुद्दों को लेकर सरकार को कोसा तो अग्निशमन व नगर पालिका कर्मचारियों ने भी नारेबाजी की। किसानों ने मुआवजे को लेकर सचिवालय पर धरना जारी रखा।
मांगों को लेकर मजदूरों ने प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन
जागरण संवाददाता, कैथल : योजनाओं का लाभ नहीं मिलने और श्रमिक विभाग की ओर से मजदूरों का पंजीकरण नहीं करने से नाराज मजदूरों ने शहर में प्रदर्शन किया। मजदूरों ने मांगों का एक ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को सौंपा। इससे पूर्व भवन निर्माण कारीगर यूनियन के बैनर तले मजदूर जवाहर पार्क में एकत्र हुए और फिर प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे।
तहसीलदार राकेश ने मजदूरों की मांगों को सुनते हुए ज्ञापन सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। यूनियन के जिला प्रधान नंदलाल ने कहा कि पिछले सात महीनों से मजदूरों का पंजीकरण नहीं हो रहा है। सरकार के श्रमिक कल्याण बोर्ड ने मजदूर हित में जो 25 योजनाओं को पंजीकृत किया हुआ है, उनमें से ज्यादातर योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। जिन योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है उनकी गति भी बहुत धीमी है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य बीमा परिवार योजना की राशि तो बढ़ाकर 30 हजार से 50 हजार कर दी है, लेकिन पिछले दो वर्ष से भी ज्यादा समय से स्वास्थ्य कार्ड नहीं बनाए जा रहे है। आखिर योजना के तहत राशि बढ़ाने का क्या फायदा हुआ।
नंद लाल ने बताया कि मजदूरों की मुख्य मांगों में सभी शहरों में शेल्टर बनाकर वहां सभी मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जाएं। प्रदर्शन में भाग लेने वालों में ज्यादातर महिलाएं थी।
अग्निशमन एवं नगरपालिका कर्मचारियों ने की नारेबाजी
- नप कार्यालय के समक्ष की नारेबाजी
जागरण संवाददाता, कैथल : नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर अग्निशमन एवं नगरपालिका के सभी कर्मचारियों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन फायर स्टेशन से शुरू होकर पेहवा चौक पार्क से होता हुआ नगर परिषद में संपन्न हुआ। यहां कर्मचारियों ने राज्य सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में नारेबाजी की। प्रदर्शन से पूर्व सभी कर्मचारी अग्निशमन केंद्र के प्रांगण में एकत्रित हुए व सभा की। सभा की अध्यक्षता राज्य सचिव जयप्रकाश ने की जबकि मंच संचालन राजेश क्योड़क ने किया। नगरपालिका कर्मचारी संघ के राज्य उप महासचिव शिवचरण व अग्निशमन सेवा के राज्य प्रधान राजेंद्र सिणंद ने कहा कि राज्य सरकार अपने चुनावी घोषणा पत्र में ठेकेदारी प्रथा समाप्त करके सभी दो साल के अस्थायी कर्मचारियों को पक्का करने का वादा करती थी, लेकिन सत्ता में आते ही वादाखिलाफी करके ठेकेदारी प्रथा की पहले से भी तेज गति कर दी गई है और कच्चे कर्मचारियों पर नई-नई शर्ते लगाकर छंटनी कर रही है।
उन्होंने कहा कि अग्निशमन में 10 से 15 सालों से लगे 1200 कर्मचारियों पर 2016 में नए रूल बनाकर छंटनी की तलवार लटका दी है, जबकि ये 1200 कर्मचारी 1982 के रूल के तहत सभी शर्ते पूरी करके लगे थे। इन कर्मचारियों को इस बढ़ती महंगाई में रेगुलर करना चाहिए था, जिससे ये अपने परिवारों का ठीक से पालन कर सके। उन्होंने कहा कि इन कर्मचारियों की मांगों को लेकर ज्ञापन दिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि सर्व कर्मचारी संघ की तरफ से 29 मार्च को मुख्यमंत्री से मी¨टग होगी। सर्व कर्मचारी संघ अग्निशमन के कच्चे कर्मचारियों की छंटनी का विरोध करेगा और इन कर्मचारियों को नौकरी पर रखने का दबाव बनाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार ने इन कर्मचारियों की अनदेखी की तो 8 अप्रैल को अग्निशमन के सभी अस्थायी-पक्के कर्मचारियों की राज्यस्तरीय कन्वेंशन बुलाकर आंदोलन की घोषणा की जाएगी। इस अवसर पर संदीप, शमशेर, विक्की टांक, विनोद कुमार, राखी, संतरो, मुकेश कुमार, अमर ¨सह, चतर ¨सह, रणधीर ¨सह, सुरेंद्र ¨सह, धन्नाराम मौजूद थे।