Move to Jagran APP

अफसरों को बंधक बनाएंगे व्यापारी

संवाद सहयोगी, कलायत: आग्रोहा विकास ट्रस्ट प्रांतीय प्रधान पारस मित्तल ने कहा कि आयकर विभाग ज

By Edited By: Published: Sun, 15 Jan 2017 01:21 AM (IST)Updated: Sun, 15 Jan 2017 01:21 AM (IST)
अफसरों को बंधक बनाएंगे व्यापारी
अफसरों को बंधक बनाएंगे व्यापारी

संवाद सहयोगी, कलायत: आग्रोहा विकास ट्रस्ट प्रांतीय प्रधान पारस मित्तल ने कहा कि आयकर विभाग जांच के नाम पर व्यापारियों को परेशान करने में लगा है। औचक छापा कार्रवाई के नाम पर व्यापारियों की जिला कैथल के साथ ही प्रदेश और देश में छवि खराब की जा रही है। इसके चलते व्यापारियों ने प्रतिष्ठानों और आवासों पर छापा कार्रवाई करने वाले अधिकारियों को बंधक बनाने का ऐलान किया है। यह फैसला व्यापारियों ने सर्वसम्मति से लिया है। मित्तल शनिवार को कलायत में व्यापारियों से रूबरू थे। आठ बार आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान रहे पारस मित्तल ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा विमुद्रीकरण की दिशा में उठाए गए कदम से कालाधन बैंकों में पहुंच चुका है। जो आंकड़े सफेद और काले धन के संबंध में जारी किए गए थे उसकी रिपोर्ट सरकार के पास है। इस अनुपात से अधिक मात्रा में धन बैंकों में पहुंच चुका है। इसके बावजूद आयकर अधिकारी आखिरकार किस मायने से व्यापारियों के यहां दस्तक दे रहे हैं। यदि कहीं कोई संदेह है तो सर्वप्रथम व्यापारी को नोटिस दिया जाना चाहिए। अकारण लाव-लश्कर के साथ छापा कार्रवाई दल का पहुंचना व्यापारियों को आहत कर रहा है। मित्तल ने कहा कि आयकर अधिकारियों की नीयत और नीति में खोट है। कुछ अधिकारी व्यक्तिगत मंशा को पूरा करने के लिए हड़बड़ाहट का माहौल पैदा कर रहे है। उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार को गुमराह करने वाले अधिकारी इस भ्रम में न रहे कि व्यापारी ज्यादती सहन कर लेगा। वर्तमान सरकार में दुकानदार, व्यापारी और आम आदमी जागरूक हो चुका है। अफसरशाही की मनमानी किसी भी सूरत में सहन नहीं होगी।

loksabha election banner

बॉक्स

दहशत पैदा कर रहेअधिकारी

व्यापारी नेता पारस मित्तल ने कहा कि कैथल व कलायत इलाके में जिस तरह आयकर विभाग निरंतर व्यापारियों पर दबाव बना रहा है। वह पारदर्शी कार्रवाई नहीं बल्कि दहशत का माहौल पैदा करने की मंशा है। अगर इसी तरह की गैर कानूनी गतिविधि जारी रही तो बिगड़े हालातों के लिए स्वयं आयकर विभाग जिम्मेदार होगा। इस संदर्भ में गवर्नर और पीएम को अलग से पत्र भेजा जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.