अब चूहे नहीं कुतर सकेंगे फसल
कैथल, जागरण संवाद केंद्र : चूहे इस बार किसानों की धान व ग्वार की फसल नहीं कुतर सकेंगे। इस बार कृषि विभाग ने विशेष कदम उठाते हुए समय पूर्व ही चूहे मार अभियान चलाया है। अभियान के तहत जहां कृषि विभाग के अधिकारी किसानों को चूहे मार दवाई निश्शुल्क मुहैया करवा रहे हैं वहीं किसानों को उसका प्रयोग व फायदे के बारे में भी जागरूक कर रहे हैं।
प्रदेश में करीब 5 प्रतिशत फसल चूहों के कतरे जाने के कारण खराब हो जाती है। यही नहीं गोदामों में भी चूहों ने 5 प्रतिशत खाद्यान्न का नुकसान पहुंचाया जाता है। कृषि विभाग ने रबी की फसल की तर्ज पर इस बार खरीफ की फसल के शुरुआत में ही चूहे मार अभियान की शुरुआत कर दी है ताकि चूहों को धान की फसल लगाने से पूर्व ही रोका जा सके। विभाग का यह अभियान 18 मई तक जारी रहेगा। इसके तहत जिला के सभी खंडों व कृषि विकास अधिकारी कार्यालयों के माध्यम से किसानों को जिंक फोस्फाईड दवाई निश्शुल्क वितरित की जा रही है।
कैसे डालें दवाई
किसान दवाई प्रयोग करने से पहले दिन सभी बिलों को बंद कर दें और अगले दिन खुले हुए बिलों के पास इस दवाई का मिश्रण बिलों के पास रखें। दवाई के साथ आटा, दाल, चावल व गुड़ व तेल का मिश्रण तैयार करने के लिए एक भाग दवाई तथा 39 भाग आटा, दाल, चावल व गुड़ तथा तेल मिलाएं।
किया जा रहा है जागरूक
सहायक पौधा संरक्षण अधिकारी महेद्र नैन ने बताया कि किसानों को दवाई की मात्रा, मिश्रण एवं प्रयोग करने बारे जानकारी कृषि विकास अधिकारी दे रहे हैं।
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