चुनाव के दौरान लड़ाई-झगड़े का संज्ञान लेगी पंचायत
डा.राजेंद्र छाबड़ा, कलायत : पंचायती चुनाव के दृष्टिगत किसी को कड़वी नजर से देखना महंगा पड़ेगा। गांव में
डा.राजेंद्र छाबड़ा, कलायत : पंचायती चुनाव के दृष्टिगत किसी को कड़वी नजर से देखना महंगा पड़ेगा। गांव में तनाव उत्पन्न करने वालों पर दो लाख रुपए जुर्माना ठोका जाएगा। इसके साथ ही गांव में किसी भी तरह की लड़ाई-झगड़ा करने पर पंचायत इस बारे में संज्ञान लेगी। ग्रामीणों के आपसी सौहार्द और भाईचारे को कायम रखने के लिए यह महत्वपूर्ण निर्णय सोमवार को जुलानी खेड़ा गांव में लिया गया। गांव में शांति व सद्भाव बनाए रखने के लिए बाकायदा शांति कमेटी गठित की गई है।
जुलानी खेड़ा गांव में पंचायती चुनाव को लेकर अचानक उपजे तनाव को देखते हुए महापंचायत ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए है। निर्णय के तहत दोनों पक्षों की ओर से दो-दो लाख रुपये के गारंटर और पांच-पांच लोगों की विशेष जिम्मेवारी नियुक्त की गई है।
विवाद को शांत करने के लिए झगड़े में घायल हुए लोगों को न तो मेडिकल करवाया जाएगा और न ही कोई शिकायत पुलिस के समक्ष दी जाएगी। दोनों पक्ष निजी स्तर पर अपना-अपना उपचार करवाएंगे।
यदि कोई पक्ष पुन: इस प्रकार की घटना का कारक बनता है तो उस से दो लाख रुपये का जुर्माना वसूला जाएगा। दोनों पक्षों ने महापंचायत के निर्णय पर सहमति जताते हुए शांति स्थापना का भरोसा दिलाया है। गांव में इस प्रकार सामाजिक सौहार्द को लेकर लिए गए फैसले का हर कोई खैर-मखदम कर रहा है।
आदर्श स्थिति बनी नजीर :
महापंचायत में एक आदर्श न्यायिक पद्धति का उदाहरण उस समय देखने को मिला पंचायत प्रतिनिधियों ने दोनों पक्षों को अपनी-अपनी गलती स्वीकार करवाई। प्रतिनिधियों का कहना था कि कोई ऐसे साक्ष्य सामने नहीं आए है, जिससे यह साबित हो कि तनाव का कारण कोई एक पक्ष है। इसके मद्देनजर दोनों पक्षों के बीच सौहार्द कायम करने के लिए पंचायत की मौजूदगी में तनाव के सभी कारणों को मिटाया गया है।