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दलित कर्मचारी को जातिसूचक शब्दों कहने पर मामला गर्माया

संवाद सहयोगी, गुहला चीका : मार्केट कमेटी चीका में कार्यरत एक अस्थायी कर्मचारी साहिब ¨सह ने अनुसूच

By Edited By: Published: Wed, 02 Sep 2015 08:12 PM (IST)Updated: Wed, 02 Sep 2015 08:12 PM (IST)
दलित कर्मचारी को जातिसूचक शब्दों कहने पर मामला गर्माया

संवाद सहयोगी, गुहला चीका :

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मार्केट कमेटी चीका में कार्यरत एक अस्थायी कर्मचारी साहिब ¨सह ने अनुसूचित जन जाति आयोग दिल्ली में शिकायत भेजकर मार्केट कमेटी चीका के सचिव हकीकत कादियान पर आरोप लगाया कि सचिव ने उसे पिछले कई महीने का वेतन नहीं दिया और जब उसने वेतन देने की माग की तो उसके साथ दु‌र्व्यवहार किया व उसके खिलाफ जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया गया। साहिब ¨सह ने आयोग को भेजी शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि जब उसने इस सम्बन्ध में उच्च अधिकारियों को शिकायत की तो उन्होंने भी उसकी शिकायत को अनसुना कर दिया।

शिकायत से मामला गर्माया

साहिब सिंह द्वारा अनुसूचित जन जाति आयोग में की गई शिकायत से यह मामला गरमाता हुआ दिखाई दे रहा है। शिकायतकर्ता अपने आप को मार्केट कमेटी चीका का अस्थायी कर्मचारी बता रहा है और उसने अपनी शिकायत की पुष्टि के लिए आयोग के समक्ष दो गवाह भी पेश किए है। शिकायत में साहिब सिंह ने कहा कि जब मार्केट कमेटी में उसने सचिव से उक्त दोनों गवाहों के समक्ष अपना वेतन मागा तो उसने न वेतन दिया और उसे जाति सूचक शब्द भी कहे।

मार्केट कमेटी का कर्मचारी नहीं

मार्केट कमेटी के सचिव हकीकत कादियान ने साहिब ¨सह नामक किसी व्यक्ति की अनुसूचित जन जाति आयोग में की गई शिकायत से अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि उन्हे इस मामले के बारे में कुछ नहीं पता। साहिब ¨सह के मार्केट कमेटी के कर्मचारी होने या न होने बारे उन्होंने स्पष्ट किया कि इस नाम का कोई भी व्यक्ति मार्केट कमेटी कार्यालय चीका में कर्मचारी ही नहीं है। इसकी पुष्टि मार्केट कमेटी के रिकार्ड से की जा सकती है।

डीसी व एसपी दिल्ली तलब :

अनुसूचित जन जाति आयोग दिल्ली के सदस्य ईश्वर ¨सह से जब इस सम्बन्ध में बात की गई तो उन्होंने स्पष्ट किया कि चीका स्थित बाबा बस्ती के रहने वाले एक अपंग युवक साहिब ¨सह की उनके पास शिकायत आई है। शिकायत के अनुसार वह मार्केट कमेटी चीका में कच्चा कर्मचारी है और उसे पिछले कई महीनों से वेतन नहीं दिया गया और अब उसे हटा दिया गया है, नतीजतन जब उसने अपनी पिछला वेतन मागा तो न केवल उसे वेतन देने से इन्कार कर दिया, अलबत्ता उसके खिलाफ जातिसूचक शब्दों का भी प्रयोग किया। ईश्वर ¨सह ने बताया कि आयोग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इस मामले में वेतन न देने के आरोप में उपायुक्त को व कानूनी कार्रवाई न करने के आरोप में एसपी कैथल को 9 सितम्बर के लिए तलब किया है।


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