हड़ताल को कामयाब बनाने के लिए कसी कमर
जागरण संवाददाता, कैथल : कैथल डिपो के कर्मचारियों ने दो सितंबर को होने वाली राष्ट्रव्यापी रैली में
जागरण संवाददाता, कैथल :
कैथल डिपो के कर्मचारियों ने दो सितंबर को होने वाली राष्ट्रव्यापी रैली में बढ़चढ़ भाग लेने के लिए रोडवेज प्रांगण में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व कैथल डिपो की तालमेल कमेटी संगठनों के अध्यक्ष रामफल शिमला, सुरेश बनवाला, महीपाल राणा, लखपत राय ने किया। तालमेल कमेटी के प्रांतीय नेता पहल सिंह तंवर, जसबीर सिंह व शमशेर सिंह सिसमौर ने कहा कि राज्य सरकार सरकारी विभागों को निजी हाथों में सौंपने का काम तेजी से कर रही है। निजीकरण, आउटसोंसिंग, ठेकेदारी प्रथा जैसी विनाशकारी नीतियों पर कुछ बोलने को तैयार नहीं है। जबकि वास्तव में ये नीतियां ही जनता की सभी समस्याओं की जननी है और इनके रहते समानता पर आधारित भ्रष्टाचार व शोषण मुक्त समाज नहीं बनाया जा सकता। उन्होंने सरकार से मांग की कि रोडवेज के सभी अस्थायी कर्मचारियों को बिना शर्त पक्का किया जाए। पंजाब के समान वेतन दिया जाए। तकनीकी स्कूल बारे राज्य सरकार द्वारा जारी अध्यादेश वापस लिया जाए। तकनीकी पदों पर कार्य करने वाले कर्मचारियों को तकनीकी पद का वेतनमान दिया जाए। ट्रांसपोर्ट रोड सेफ्टी बिल 2014 व बिजली अधिनियम संशोधित बिल 2014 वापिस लिया जाए। वर्ष 2013 की प्राइवेट पालिसी को रद्द किया जाए। राज्य परिवहन विभाग में नई परिवहन पालिसी व कंपनियों से निजी बस व चालक ठेके पर लेने की नीति पर रोक लगाकर विभाग में सरकारी बसों की संख्या दस हजार की जाए। लिपिक को 3200 सहायक को 4400, उप अधीक्षक को 4800 व अधीक्षक को 5400 ग्रेड पे दिया जाए। डिपो प्रधान रामफल शिमला, सुरेश बनवाला, लखपत राय, महीपाल राणा ने संयुक्त रूप से कहा कि ट्रांसपोर्ट बिल 2014 के पास होने से और भी कई समस्याएं उभर कर सामने आएगी। दिल्ली मेट्रो की तर्ज पर परिचालकों की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया जाएगा। रोडवेज के प्रशिक्षिण स्कूल बंद करके निजी मालिकों को स्कूल चलाने की अनुमति दी जाए। दुर्घटना में होने वाले चालकों को एक से पांच लाख का जुर्माना व चार साल से सात साल की सजा का प्रावधान होने जा रहा है। जिसके कारण रोडवेज के कर्मचारियों में भारी रोष है। इसी कारण केंद्र व हरियाणा सरकार की गलत नीतियों के कारण दो सितंबर को होने वाली राष्ट्रव्यापी हड़ताल में रोडवेज की बसों का चक्का जाम किया जाएगा। कैथल डिपो की एक भी बस बाहर से नहीं निकलने दी जाएगी। इस अवसर पर जिला प्रधान सतपाल राविश, रमेश शर्मा,राजबीर सामदो, हाकम सिंह, श्याम लाल कल्याण, रामपाल नैना, गुरदेव सिंह, आगड़ सिंह, सुरेश नरड़, देश राज सैनी, शमशेर सिरटा, सतपाल सिंह, राजेन्द्र सिंह, ओम दयाल, प्रवीन कुमार, रामफल सिरटा, राजेन्द्र मिगलानी, सुरेश मराठा, रामकुमार, सुरेन्द्र श्योकंद, बारू राम, धर्मेन्द्र कुमार मौजूद थे।