मुआवजे के लिए उपायुक्त से मिलेगी किसान समिति
संवाद सहयोगी, पाई : हिसार-चंडीगढ़ राजमार्ग पर तितरम मोड़ के नजदीक दिया जा रहा धरना रविवार को भी जारी
संवाद सहयोगी, पाई : हिसार-चंडीगढ़ राजमार्ग पर तितरम मोड़ के नजदीक दिया जा रहा धरना रविवार को भी जारी रहा। धरना जहां 42वें दिन में प्रवेश कर गया वहीं आमरण अनशन को 28 दिन हो गये। इस मामले में किसानों की एक समिति 31 अगस्त सोमवार को कैथल के उपायुक्त से मिलेगी। इसके बाद अगली रणनीति बनाई जायेगी। किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम चढुनी व समिति के सदस्य सुल्तान ग्योंग ने बताया कि समिति के द्वारा मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद जिला प्रशासन को कागज तैयार करके भेजने के आदेश दिये थे। बस इसी को जानने के लिये समिति कल सोमवार को उपायुक्त केएम पांडुरंग से मिलेंगे। उनसे यह जानेंगे कि उन्होंने मुख्यमंत्री के पास कागज भेज दिये या नही। उसके बाद समिति की एक बैठक होगी। बैठक में दोबारा से महापंचायत करने की तारीख तय कि जायेगी। महापंचायत की तारीख की घोषणा जल्दी ही कि जायेगी। सरकार व जिला प्रशासन के द्वारा की जा रही देरी पर ध्यान नही दिया जायेगा। सरकार यदि इस फैसले को सुलझाती है तो जल्दी होने वाली महापंचायत में सरकार स्वागत किया जायेगा। यदि जल्दी कोई फैसला नही लेती तो आर पार की लड़ाई लड़ने के लिये अगली नीति अपनाई जायेगी। उनके दो बुजुर्ग किसान आमरण अनशन पर है और उनकी जिंदगी से खिलवाड़ नही किया जा सकता।
उधर धरने को सम्भालने वाले किसान नेता होशियार सिंह गिल ने बताया कि किसानों के स्वास्थ्य के मेडिकल में लगाये गये डाक्टर लापरवाही बरतने लग गये है। उनका आने का कोई समय निश्चित नही है। शनिवार रात्रि को दस बजे उनका फोन आया कि वे स्वास्थ्य कि जाच करने आ रहे है। उस समय ये दोनो किसान सो चुके थे। जिस पर उसने आने से मना कर दिया। उसने बताया कि रविवार को आमरण अनशन के 28 वें दिन भी दोनों का वजन शनिवार कि अपेक्षा एक किलो कम हो गया। दरिया राम दहिया निकलोई का वजन आज मात्र 43 किलो तथा चाद राम किन्हों का वजन 49 किलो रह गया है। किसानों न बताया कि जो मशीन स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक जांच के लिए लेकर आते है वे मशीनें खराब है जो वजन ज्यादा बताती है।