मच्छरों की भरमार से लोगों में बीमारी फैलने की बढ़ी आशंका
संवाद सहयोगी, राजौंद : क्षेत्र में इन दिनों मच्छरों का प्रकोप चाहे मनुष्य हो या पशु सभी के लिए गंभीर
संवाद सहयोगी, राजौंद : क्षेत्र में इन दिनों मच्छरों का प्रकोप चाहे मनुष्य हो या पशु सभी के लिए गंभीर समस्या बनकर रह गया है। आलम यह है कि शाम के समय जब वाहन चालक सड़क पर निकलते है तो उनकी आख, नाक व मुंह में घुस जाते है। इससे बचने के प्रयास में कई बार वाहन चालक दुर्घटना ग्रस्त हो जाते है। रात के समय तो मच्छरो ने ओर भी बेचैन करके रखा हुआ है। मच्छरों के प्रकोप के चलते मनुष्य, पशु सभी में किसी भी प्रकार की बीमारी फैलनी की बनी हुई है। मच्छरों के कारण मलेरिया जैसी बीमारी को भी बढ़ावा मिलना आम बात है। ग्रामीण सुख दर्शन, पप्पू, रोहताश, राजवीर, जगदीश, धर्मपाल, सुरेद्र, सुंदर, राधे श्याम, राजेंद्र सिंह व कली राम ने बताया कि पहले स्वास्थ्य विभाग द्वारा बरसात से पहले गर्मी के मौसम में मच्छर मार दवा का छिड़काव किया जाता था, जिससे घरो में मच्छर व अन्य हानिकारक कीट नष्ट हो जाते थे, परतु पिछले कई वषरें से स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन ने गावों में मच्छर मार दवा का छिड़काव बंद कर दिया है। इससे हर गाव में मच्छरों का प्रकोप ग्रामीणों के सिर चढ़कर बोल रहा है। ऊपर से इन दिनो चाहे कस्बा हो या गाव गंदगी के ढेर व गंदा पानी हर गली माहेल्ले की कहानी बना हुआ है। इससे मच्छर व अन्य बीमारी जनक कीट ओर भी ज्यादा पनप रहे है। इन लोगो ने बताया कि गंदे पानी व गंदगी के ढेरों पर मंडरा रहे मच्छरो के कारण कई तरह की बीमारिया फैल रही है। ग्रामीणों की माग है कि क्षेत्र के सभी गावों में भी मच्छर मार दवा का छिड़काव किया जाए ताकि लोगो को मच्छरो से छुटकारा मिल सके। वहीं मच्छरो के आतंक से दुधारु पशुओ का भी बुरा हाल है। ऐसा नहीं है कि इसके बचाव के लिए पशुपालको कोई उपाय नहीं कर रहे हों। अधिकतर पशुपालको ने अपने अपने पशुधन को बचाने के लिए मच्छर दानियों की व्यवस्था की हुई है।