मांगों के लिए सर्व कर्मचारी संघ ने तय की रणनीति
संवाद सहयोगी, कलायत : लंबे समय से विभिन्न विभागों के कर्मचारियों के हकों की आवाज उठा रहे सर्व कर्मचा
संवाद सहयोगी, कलायत : लंबे समय से विभिन्न विभागों के कर्मचारियों के हकों की आवाज उठा रहे सर्व कर्मचारी संघ ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए संघर्ष की राह पकड़ ली है। खंड प्रधान राम किशन और खंड सचिव सुरेश उचाना की रहनुमाई में संगठन ने हक-हकूक की आवाज बुलंद करने के लिए विशेष रणनीति तय की है। इस कड़ी में सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर कर्मचारियों से जुड़ी मागो का ज्ञापन तहसीलदार ईश्वर सिंह के माध्यम से प्रदेश मुख्यमंत्री के नाम सौंपा गया।
ज्ञापन में कर्मचारी संघ की प्रमुख आठ मागो को शामिल किया गया है। इसमें कंप्यूटर टीचरों व लैब सहायकों को शिक्षा विभाग में समायोजित करने, अनुबंधित अध्यापकों की सेवाएं नियमित करने, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से हटाए गए 1450, जन स्वास्थ्य विभाग के हटाए गए बीआसी व स्वास्थ्य विभाग की डिस्पेंसरियों से हटाए गए कर्मियों को बहाल करने, आउटसोर्सिग से लगाए सभी कर्मचारियों को सीधे विभागों/ बोर्ड/ निगमों के अधीन करने, रोड ट्रासपोर्ट एवं सेफ्टी बिल 2015 को संसद में पेश करने पर रोक लगाना जैसी मागे शामिल है।
खंड सचिव सुरेश उचाना ने कहा कि प्रदेश भाजपा सरकार अपने चुनाव वादों को भूल कर जन विरोधी निर्णय ले रही है। हालात यह हैं कि न तो युवक-युवतियों को रोजगार मिला और न ही अस्थायी कर्मचारियों को पक्का किया जा रहा।
धूप सिंह, मास्टर अनिल कुमार, जसपाल सिंह, प्रदीप सिंह और दूसरे कर्मचारी नेताओं ने कहा कि संघ विभिन्न कर्मचारी के हकों को लेकर पूरी तरह सजग है। यदि समय रहते सरकार ने उनकी मागों को पूरा नहीं किया तो आर-पार की लड़ाई का एलान किया जाएगा। इसकी पूरी जिम्मेवारी सरकार की होगी।