खाद्य सुरक्षा योजना में भ्रष्टाचार का झोल
संवाद सहयोगी, कलायत : राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के नाम पर लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने का गंभीर
संवाद सहयोगी, कलायत : राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के नाम पर लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने का गंभीर मामला प्रकाश में आया है। कलायत क्षेत्र में सप्लाई किए गए अनाज में ईट, कंकर, पत्थर और सड़े हुए अनाज के मिश्रण ने मामले की कलई को खोल कर रख दी। मिलावट खोरी के इस खेल से आम आदमी की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। इसमें विभाग की मिलीभगत से इकार नहीं किया जा सकता। इस बारे में शिमला गाव के समाजसेवी बसाऊ राम ने सीएम विंडो में शिकायत प्रेषित कर जाच की माग की है।
उसका कहना है कि सरकार ने जनहित में इस महत्वाकाक्षी योजना को क्रियान्वित किया है। विशेष रूप से गरीब तबके लिए इसे वरदान माना जा रहा है। लोग यह उम्मीद लगाए बैठे है कि यह योजना उन्हे दो जून की रोटी जुटाने में सहयोगी साबित होगी। गरीब की थाली में जिस तरह भोजन के स्थान पर ईट, पत्थर और कूड़ा-कर्कट परोसा जा रहा है वह भ्रष्टाचार की मुंह बोलती तस्वीर है। जरूरत मंदो तक अनाज की पूर्ति करवाना खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की जिम्मेवारी है। अनाज में की गई मिलावट विभाग के अधिकारियों को जाच के कटघरे में खड़ा कर रही है।
मिलावटखोरो के खिलाफ होगी कार्रवाई
एसडीएम अश्वनी मैंगी ने बताया कि प्रशासन जन कल्याण से जुड़ी तमाम योजनाओं को लेकर बेहद सजग है। मिलावट खोरी अपराध है। प्रशासन पूरे मामले की सिरे से जाच करवाते हुए निश्चित तौर से जिम्मेवार अधिकारियों के खिलाफ संज्ञान लेगा। उन्होंने जागरूक उपभोक्ता का परिचय देते हुए मिलावट खोरो के प्रति सजग रहने की अपील की।