किराये के भवन में चल रही प्राथमिक पाठशालाएं
जागरण संवददाता, कैथल : शहर की विभिन्न राजकीय प्राथमिक पाठशालाएं किराये व उधार के भवनों में चल रही
जागरण संवददाता, कैथल :
शहर की विभिन्न राजकीय प्राथमिक पाठशालाएं किराये व उधार के भवनों में चल रही हैं। यहां कमरे कम और बच्चों की संख्या ज्यादा होने के कारण बच्चों के साथ स्टाफ सदस्यों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पाठशालाओं की खंडहर बिल्डिंगों के निर्माण को लेकर कई बार जिला शिक्षा अधिकारी से लेकर उच्चाधिकारियों को भी पत्र लिखे जा चुके हैं लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है।
कैथल में नंबर तीन राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल पिछले छह सालों से उधार की बिल्डिंग में चल रहा है। नंबर दो व पांच स्कूल पहले सब्जी मंडी के नजदीक स्थित भवन मे चलाया जा रहा था, लेकिन भवन की हालत खस्ता होने के कारण बच्चों को राजकीय कन्या स्कूल के भवन में शिफ्ट कर दिया था। पिछले छह सालों से बच्चे उधार के भवन में पढ़ रहे हैं। छह सालों से खस्ता हाल में पड़े स्कूल के भवन का सर्वे कर निर्माण के लिए तो अधिकारियों ने दावा तो किया था लेकिन आज तक भी भवन का निर्माण तो दूर की बात, इसे गिरवाया भी नहीं गया है।
सब्जी मंडी के अंदर होने के कारण हर समय यहां भीड़ रहती है। लोगों का भी इस भवन के ढहने का हर समय डर बना रहता है। लोगों का कहना है कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
इसी प्रकार नंबर दो व पांच स्कूल पुंज मोहल्ला में दो किराये के कमरों में चल रहा है। यहां पड़ने वाले बच्चों की संख्या 200 के करीब है, लेकिन दो कमरे होने के कारण बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी प्रकार अमरगढ़ गामड़ी में स्थित राजकीय उच्च विद्यालय में नंबर चार स्कूल चल रहा है। यहां बच्चों की संख्या 400 के करीब है। यहां पांच कमरों में बच्चे पढ़ने को मजबूर हैं। इसी प्रकार शक्ति नगर राजकीय प्राथमिक स्कूल का हाल है। यहां बच्चे ज्यादा कमरे कम होने के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। बच्चों के लिए मिड-डे-मील के लिए भी रसोई तक की व्यवस्था नहीं है।
सीवन गेट पर चल रहे स्कूल में भी कमरे कम होने के कारण बच्चें परेशानी में पढ़ाई करने को मजबूर हैं।
कमरों की संख्या कम होने
से पढ़ाई हो रही प्रभावित
किराये व उधार के भवनों में चल रही पाठशालाओं में बच्चों की संख्या तो ज्यादा है, लेकिन कमरों की संख्या कम होने के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। शक्ति नगर वासी कमरों की कमी के कारण कई बार कैथल-सजुमा मार्ग पर जाम लगाकर रोष भी जता चुके हैं। अभिभावकों का कहना है कि एक और तो सरकार व शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों में बच्चों को दाखिल दिलवाने की मांग कर रहा है, लेकिन दूसरी तरफ खस्ता हाल भवन व कमरों की कमी को दूर नहीं किया जा रहा है।
जल्द होगी समस्या दूर : डीईओ
जिला शिक्षा अधिकारी डा. अशोक कुमार ने कहा कि खस्ता हालत में पड़े स्कूल के भवनों का सर्वे किया जा चुका है। जल्द ही निर्माण कार्य करवाया जाएगा। बच्चों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।