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आधार कार्ड बनवाने में मशीनो की कमी आ रही आड़े

जागरण संवाददाता, कैथल : केंद्र व प्रदेश सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं में आधार कार्ड को अनिवार

By Edited By: Published: Thu, 18 Dec 2014 08:11 PM (IST)Updated: Thu, 18 Dec 2014 08:11 PM (IST)
आधार कार्ड बनवाने में मशीनो की कमी आ रही आड़े

जागरण संवाददाता, कैथल : केंद्र व प्रदेश सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं में आधार कार्ड को अनिवार्य किए जाने से अब आधार कार्ड अधिकारियों व जनता के गले की फांस बन गए हैं। कैथल जिले में अप्रैल 2013 से आधार कार्ड बनवाने का कार्य शुरू हुआ था, लेकिन दिसंबर तक भी यह कार्य पूरा नहीं हुआ है। आधार कार्ड को लेकर नित लोगों का गुस्सा फूट रहा है। इसे लेकर जिला प्रशासन ने कई बार संबंधित कंपनी के अधिकारियों को मशीनें बढ़ाने बारे आदेश दिए हैं लेकिन इसके बावजूद मशीन नहीं बढ़ पा रही हैं।

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आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो जिले की जनसंख्या 1082861 है। इसमें से दिसंबर माह तक 867763 इनरोलमेंट हो चुके हैं जो करीब 85 प्रतिशत के करीब है।

कौन-कौन सी कंपनी कर रही हैं काम

जिले में आधार कार्ड बनवाने के लिए मुख्य रूप से सॉफ्टवेयर इन्फोरमेशन टेक्नोलॉजी आधार कार्ड बना रही है इसमें कंपनी द्वारा जिले में 8 किट लगाई गई हैं। इसके अलावा प्रोविजी कंपनी 2 किट और गैलेंस कंपनी ने 3 किट लगाई हैं।

करना पड़ता है लंबा इंतजार

आधार कार्ड बनवाने आए कुलवंत सिह ने बताया कि लगातार तीन-तीन दिन आने के बावजूद आधार कार्ड नहीं बन पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि शुरू में कंपनी के अधिकारी लाइन में लगाकर आधार कार्ड बनाते थे लेकिन अब भीड़ ज्यादा होने के कारण कंपनी वालों ने टोकन नंबर देना शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि पूरे दिन में एक मशीन मुश्किल से 30-40 कार्ड ही बनाती है। प्रशासन को चाहिए कि मशीनों को बढ़ाया जाए।

बिजली कटौती आ रही है आड़े

अनीता ने बताया कि आधार कार्ड में बिजली कटौती भी मुख्य रूप से आड़े आ रही है। कंपनी के कर्मचारियों के पास बिजली की कोई वैकल्पिक प्रबंध नहीं है। यदि बिजली चली जाती है तो जनता व कर्मचारी असहाय साबित हो रहे हैं। कंपनी को चाहिए कि इसके लिए बिजली का वैकल्पिक प्रबंध करे।

मशीन लेती है अधिक समय

मीना ने बताया कि बुजुर्गो के अंगुलियों के निशान लेने में कर्मचारियों काफी मशक्कत करनी पड़ती है। यही नहीं बार-बार प्रयास के बावजूद भी कई बुजुर्गो का आधार कार्ड नहीं बन पाया है। इससे ऐसा लगता है कि कंपनी के कर्मचारियों के पास आधुनिक तकनीकी की मशीन नहीं है। प्रशासन को चाहिए कि वह समय-समय पर आधार कार्ड बनाने वालों की जांच करे।

60 और मशीनों की भेजी मांग

जिला सूचना अधिकारी दीपक खुराना ने बताया कि जिले में आधार कार्ड बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है। अभी तक 85 प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त कर लिया गया है। 18 दिसंबर को गैलेंस कंपनी की तीन किट और स्थापित की गई हैं। इसके साथ ही 60 और अधिक मशीनों की मांग की गई है ताकि आधार कार्ड जल्द से बनवाए जा सकें।


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