भगवान श्रीकृष्ण को झूला झूलाकर किया प्रसाद ग्रहण
संवाद सहयोगी, कलायत : श्री कपिल मुनि मंदिर सहित अन्य मंदिरों में रविवार को जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। सुबह से ही मंदिर में श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी हुई थी तथा प्रत्येक श्रद्धालु में इस बात की होड़ लगी थी कि कब उनका नम्बर आए तथा वे अपने ठाकुर जी को झूला झूलाए। मंदिर के मुख्य पुजारी वेद प्रकाश गौतम, श्याम लाल गौतम, कृष्ण गौतम व बाबू राम गौतम मंदिर में ठाकुर जी के दर्शन करने के लिए आ रहे श्रद्धालुओं के मस्तक पर तिलक लगाने के साथ-साथ उनमें ठाकुर जी का प्रसाद भी वितरित कर रहे थे।
गौतम ने बताया कि हिन्दू संस्कृति का वैदिक महत्व इतना विशाल व भव्य है कि इसने पाश्चात्य जगत में आध्यात्म की लहर जगा दी है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण को हिन्दू संस्कृति में वो स्थान प्राप्त है जो शायद ही किसी अन्य देवता को प्राप्त हो। उन्होंने बताया कि हमारे पुराणों के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण ही संपूर्ण पुरुष माने जाते है, जिन्होंने इस जीवन की हर लीला को खेला।
गौतम ने बताया कि कुछ श्रद्धालुओं द्वारा जन्माष्टमी का पर्व सोमवार को मनाए जाने बारे कहा जा रहा है मगर पंचाग के अनुसार सही मायने में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व रविवार को ही बनता है। उन्होंने बताया कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का उपवास रखने सुख समृद्धि की प्राप्ति होगी। दूसरी ओर अनाज मंडी स्थित दुर्गा मंदिर व नगर के श्री कात्यायनी मंदिर में भी ठाकुर जी की प्रतिमाओं को विशेष तौर पर सजाया हुआ था जिसका आकर्षण स्वयं ही आने वाले श्रद्धालुओं के मन को मोह रहा था।