जॉब कार्ड के नाम पर मजदूरों को टरका रहे सरपंच
जासं, कैथल : कम्युनिस्ट पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक सोमवार को यूनियन के जिला कार्यालय में उप प्रधान कामरेड फूल ¨सह गौतम की अध्यक्षता में हुई। मीटिग के दौरान जिले में मनरेगा मजदूरो की स्थिति पर चर्चा की गई। फू ल ¨सह गौतम ने बताया कि जिला मनरेगा अधिकारी व गाव के सरपंच मनरेगा कानून को लागू करने के लिए गंभीर नहीं है। जिला में आज तक मजदूरों के जॉब कार्ड नहीं बनाए गए है। जब भी मजदूर जॉब कार्ड के लिए सरपंच के पास जाते है तो उन्हे वहा से टरका दिया जाता है और जब वे सरकारी दफ्तर में जाते है तो उन्हें वहा रटा रटाया जबाव मिलता है कि बाबू ऑफिस में नहीं है। जब बाबा लदाना गाव के मजदूर जॉब कार्ड बनवाने के लिए बीपीओ कार्यालय पहुंचे तो जॉब कार्ड बनाने में तरह-तरह की लगाई गई और काम की आस में पहुंचे ग्रामीणों को काम तक नहीं मिला। यदि यही स्थिति रही तो मनरेगा मजदूरों जल्द ही भूखे मरने के कगार पर होंगे। जब भी काम पाने के आवेदन भर कर दिया जाता है तो सरपंच फार्म लेने से मना कर देता है। सरपंच व बाबू काम भी अपनी मर्जी से दे रहे है।
कई मजदूरो ने शिकायत की है कि सरकारी मापदंड से अधिक कार्य करवाया जा रहा है। मजदूरी भी 15 दिन के भीतर नहीं दि जा रही है। कई बार तो कई-कई महीनो तक मजदूरी नहीं दी जाती। जिस कारण बच्चो को पालन करना दूभर हो गया है। इन सभी समस्याओं के प्रति अपना रोष व्यक्त करने के लिए 22 जुलाई को नेहरू पार्क में मनरेगा मजदूरो की जिला स्तरीय बैठक की जाएगी। इसमें जिला स्तरीय संघर्ष कमेटी का निर्माण किया जाएगा व शहर में रोष प्रदर्शन किया जाएगा। अपनी मागो को ज्ञापन जिला उपायुक्त व रणदीप ¨सह सुरजेवाला को सौपा जाएगा। यदि मागों को जल्द से जल्द पूरा नहीं किया गया तो एक बड़ा जन आन्दोलन खड़ा किया जाएगा।