बरसात ने फिर बढ़ाई किसानों की परेशानी
जागरण संवाददाता, कैथल : शुक्रवार रात फिर हुई बरसात ने किसानों की चिंता और बढ़ा दी है। बरसात के कारण मंडियों में खुले आसमान तले पड़े हजारों टन अनाज भीग गया। इतना ही नहीं नमी होने के कारण गेहूं की कटाई भी प्रभावित हुई। किसानों का कहना है कि मौसम में हो रहे परिवर्तन से इस बार गेहूं की कटाई और मढ़ाई में काफी दिक्कत आ रही है। दूसरी ओर बरसात होने के कारण मौसम सुहावना होने से लोगों को गर्मी से राहत भी मिली।
एक सप्ताह से मौसम में हो रहे परिर्वतन के कारण लोगों को गर्मी से राहत मिल रही है और किसानों की परेशानी भी बढ़ती जा रही है। बरसात के कारण खेत खलियानों में पड़ा अनाज खराब होने का डर किसानों को सताने लगा है। मंडियों में खुले आसमान के नीचे रखा करोड़ों रुपये का गेहूं भी खराब होने का डर आढ़तियों और किसानों को सताने लगा है। किसानों ने बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि शनिवार को खेतों में कंबाइन और थ्रेशर से मढ़ाई शुरू हो जाएगा, लेकिन शुक्रवार रात को हुई बरसात ने फिर से किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया। बरसात के कारण गेहूं में नमी होने कंबाइन चलाना मुश्किल हो गया है।
किसान रामकुमार, पवन कुमार, जयसिंह आदि ने बताया कि जिस बार के सीजन में जितनी परेशानी किसानों को उठानी पड़ रही है, उतनी परेशानी पिछले सीजन में नहीं हुई। इस बार मौसम में हो रहे परिवर्तन के कारण सीजन काफी लंबा जाने की उम्मीद है। वहीं दूसरी और शुक्रवार रात को हुई बरसात से मौसम सुहावना हो गया। बरसात के कारण तापमान में आई गिरावट के चलते नगर के बाजारों और पार्को में युवा-युवतियों की चहल-पहली बढ़ गई है।
फसल को होगा नुकसान : वर्मा
कृषि विज्ञान केंद्र के विज्ञानी रमेश वर्मा ने बताया कि बरसात से गेहूं की फसल को नुकसान होने की संभावनाएं है। बरसात के पानी से फसल में नमी आ गई है। 12 प्रतिशत से अधिक नमी होने के कारण मंडियों में किसानों को फसल बेचने में दिक्कत आएगी। उन्होंने बताया कि किसान गीली फसल की कटाई न कराएं। इससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।