सोना उगले वाली धरती के आचल को न फूंके
--किसानों को जागरूक कर रहा है कृषि विभाग
संवाद सहयोगी,कलायत: देश की धरती सोना और चादी उगलती है। लेकिन इसके बावजूद भी खेतों में आग लगाकर किसान संपदा को फूंकने का काम कर रहा है। ये शब्द कृषि विकास अधिकारी डा.जगबीर लाबा ने कहे। वे शनिवार को जनसंपर्क अभियान के तहत किसानों से रूबरू थे। उन्होने कहा कि एक तरह तो किसान अधिक उत्पादन लेने के लिए दिन-रात मेहनत करता है। वहीं दूसरी ओर जिस तरह खेतों में आग को धधकाया जा रहा है वह चिंता का विषय है। कृषि अधिकारी ने कहा कि गेहू के फानों में आग लगाने से जहा भूमि की उर्वरा शक्ति पर विपरीत प्रभाव पड़ता है वहीं वायु प्रदूषण के साथ-साथ तापमान का पारा ऊपर चढ़ता है। उन्होंने कहा कि आग लगाने से जो नुकसान होता है उसका आकलन किसान किसी भी कलम से नहीं जोड़ सकता। डा.लाबा ने साठी धान से भी दूरी बनाए रखने की अपील कृषकों से की। उन्होने कहा कि कृषि विभाग का ध्येय जहा किसानों की समस्याओं का हरण करना है वहीं वर्ग को उस राह पर जाने से रोकना है जो उसे हानि के कुएं की ओर लेकर जाती हो।