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खुले आसमान के नीचे पड़ा तीन लाख क्विंटल गेहूं

By Edited By: Published: Tue, 15 Apr 2014 07:45 PM (IST)Updated: Tue, 15 Apr 2014 07:45 PM (IST)
खुले आसमान के नीचे पड़ा
तीन लाख क्विंटल गेहूं

जागरण संवाददाता, कैथल :

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जिले भर की मंडियों व खरीद केंद्रों में इस समय करीब 50 करोड़ रुपये की साढ़े तीन लाख क्विंटल गेहूं खुले आसमान के नीचे पड़ी है। ऐसे में यदि बरसात होती है तो करोड़ों के नुकसान का जिम्मेवार कौन होगा ? आढ़ती, किसान, खरीद एजेंसी अधिकारी या फिर ठेकेदार? इसका प्रश्न का जवाब किसी के पास नहीं है। हर कोई अपनी जिम्मेवारी से पल्ला झाड़ता नजर आ रहा है।

प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि गेहूं के इतने बड़े पैमाने पर मंडियों व खरीद केंद्रों में जमा होने के पीछे जहां गेहूं की रिकार्ड आवक है तो वहीं सबसे महत्वपूर्ण गेहूं खरीद एजेंसियों का धीमा उठान है। कैथल की अनाज मंडी में सीजन के शुरू होते ही रिश्वत का खेल शुरू हो गया है। ऐसे में लगता है कि यह खेल पूरे सीजन यूं ही जारी रहेगा क्योंकि इसमें अधिकारियों से अधिक आढ़ती ही जिम्मेवार दिखाई दे रहे हैं। कैथल की नई व पुरानी अनाज मंडी की तर्ज पर अब यह रिश्वत का खेल दूसरी अनाज मंडियों व खरीद केंद्रों तक भी पहुंचता दिखाई दे रहा है। खरीद केंद्रों में करोड़ों का गेहूं केवल ईटों के फीड पर भी पड़ा है। ऐसे में यदि बरसात होती है तो आढ़तियों को करोड़ों का नुकसान होगा। इससे बचने के लिए आढ़ती 500-1000 रुपये प्रति ट्रक रिश्वत देने में भलाई समझ रहा है।

केवल तिरपालों के भरोसे गेहूं

कैथल की अनाज मंडी के नोडल अधिकारी एवं एसडीएम नरहरि सिंह बांगड़ और मार्केट कमेटी के सचिव रविंद्र सैनी ने बताया कि गेहूं की रिकार्ड आवक के चलते लोडिंग का कार्य जोर-शोर से जारी है। बरसात से बचने को लेकर सभी अनाज मंडियों व खरीद केंद्रों पर तिरपालों के प्रबंध किए गए हैं।

शिकायत आई तो होगी

कड़ी कार्रवाई

कैथल की अनाज मंडी के लदान को लेकर मांगी जा रही रिश्वत मामले को लेकर मंडी के नोडल अधिकारी एवं एसडीएम नरहरि सिंह बांगड़ ने बताया कि मंडी में रिश्वत लेने का नहीं देने का खेल चल रहा है। आढ़ती जानबूझ कर रिश्वत दे रहे हैं। आज तक किसी भी आढ़ती ने मार्केट कमेटी या उन्हें कोई लिखित शिकायत नहीं दी। यदि कोई भी ट्रक चालक रिश्वत की मांग करता है तो उसकी लिखित शिकायत करें उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


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