आवासीय क्षेत्र में शराब के प्रवेश पर लगाया प्रतिबंध
राजेंद्र छाबड़ा, कलायत (कैथल) : कहते है पंचायतें परमेश्वर का रूप होती है और इनके समक्ष राजा-महाराजाओं को भी घुटने टेक कर अपनी गलती की क्षमा याचना करनी पड़ी। पंचायतों की इस सार्थकता की मुंह बोलती तस्वीर सोमवार को किठाना गाव में आयोजित जनता की अदालत में साफ नजर आई। गाव के प्राचीन शिव मंदिर में जुड़ी 36 बिरादरी की पंचायत शराब जैसी बुराई पर पूर्ण अंकुश लगाने के लिए आर्य युवा सभा द्वारा बुलाई गई थी। पंचायत की अध्यक्षता कर रहे माया सिंह, भगवान सिंह, आर्य सभा के संस्थापक सुनील आर्य, एडवोकेट मनोज कुमार, शमशेर आर्य, अशोक कुमार और प्रतिनिधियों ने बताया कि गाव में दो दर्जन से अधिक युवा नशे के कारण अपनी जान गंवा चुके है। बुराई की काली छाया को दूर करने के लिए सभी वर्गो ने स्वर्ग का रूप माने जाने वाले गावों को नशा मुक्त बनाने का संकल्प लिया है। इस मुहिम के चलते गाव के आवासीय क्षेत्र में पूर्व में शराब कारोबार पर प्रतिबंध आयत किया गया था। यह फैसला भी गाव के बड़े चबूतरे पर जनता की अदालत में हुआ था। लेकिन कुछ समय बाद स्थानीय पुलिस चौकी के प्रभारी की मिलीभगत से गाव में शराब की अवैध दुकानें चलनी शुरू हो गई। जिसके चलते गाव के युवा न केवल नशे की दलदल में फंसते चले गए बल्कि सामाजिक सरोकार से जुड़ी मुहिम को भी तहस-नहस कर दिया। इस संवदेनशील मामले पर कड़ा संज्ञान लेते हुए पंचायत ने सोमवार को फिर से गाव में अवैध रूप से शराब का कारोबार करने वालों को जनता की अदालत में तलब किया। इसमें शराब के खुर्दे चला रहे लोगों ने अपनी गलती की पंचायत से क्षमा मागी है। निर्णय लिया गया है कि यदि भविष्य में आवासीय क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति शराब के कारोबार में शामिल पाया गया तो उसे जुर्माने के तौर पर तत्काल ग्यारह हजार रुपए बतौर दंड भुगतने होंगे।
जिला सचिवालय पर होगा प्रदर्शन:
नशा मुक्ति की हवा में शराब का जहर घोलने वाले पुलिस कर्मियों के तबादले को लेकर सभी वर्गो ने आवाज बुलंद करने का निर्णय लिया। इसके प्रथम चरण में जिला सचिवालय पर धरना दिया जाएगा। यदि इसके उपरात भी जिला प्रशासन सजग नहीं होता तो ग्रामीण इलाके के सड़क मागरें को जाम कर देंगे।
शराब बेची तो नहीं मिलेगी छत
जनता की अदालत में उस समय स्थिति पेचीदा हो गई जब गाव के करीब एक दर्जन युवाओं पर शराब का अवैध कारोबार करने की अंगुली उठी। इस पर प्रतिनिधियों ने उक्त युवाओं के परिवारो को इस संदर्भ में स्वयं फैसला सुनाने को कहा। इस पर संबंधित परिवार के बुजुर्गो ने आश्वस्त किया कि यदि सदस्य ऐसा करते है तो उन्हे घर की छत से महरूम रहना पड़ेगा।
मामले की होगी जाच : एसपी
जिला पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह यादव ने बताया कि शराब के अवैध कारोबार को कतई सिर नहीं उठाने दिया जाएगा। कानून की पालना करते हुए सामाजिक सरोकार से जुड़े मामलों में प्रशासन जनता के साथ है। किठाना चौंकी प्रभारी पर आयत आरोपों की जाच का आश्वासन एसपी ने दिया।