बरसात से धान की फसल की बीमारी हटी
संवाद सहयोगी, ढाड : पिछले कई दिनों से लगातार रुक-रुककर हो रही बरसात किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। बरसात के चलते किसानों के चेहरे खिले हुए हैं। बरसात के कारण काफी समय से धान की फसलों में लगी पत्ता लपेट व गोभ की सूंडी की बीमारी से ¨चतित किसानों को भी राहत मिली है।
खेतों में काफी मात्रा में पानी खड़ा हुआ है और फसलें लहलहा रही है। हालाकि कई किसान ने पत्ता लपेट व गोभ की सूंडी की बीमारी की रोकथाम के लिए स्प्रे करने में लगे हुए थे, लेकिन बरसात के चलते किसानों ने स्प्रे करना बंद कर दिया है। बरसात किसानों के लिए काफी लाभदायक सिद्ध हो रही है, क्योंकि किसानों को फसल में लगी बीमारियों की रोकथाम के लिए अधिक मात्रा में न तो कीटनाशक दवाओं का स्प्रे करना पड़ा और न ही फसलों की ¨सचाई के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। शुरूआत में किसानों को धान की फसल की बिजाई के लिए ¨सचाई करने के लिए काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा था, लेकिन समय-बे-समय हो रही बरसात से किसानों को राहत मिली।
किसान भीम ¨सह, कृष्ण श्योकंद, जवाहर मल, राजेंद्र नैन, हुकम चंद, हवा ¨सह सहित कई किसानों ने बताया कि बरसात से जहा पानी का जलस्तर ऊपर उठेगा, वहीं धान की फसलों में लगने वाली बीमारियों से भी किसानों को राहत मिलेगी। बरसात से धान की पैदावार में भी वृद्धि होगी।
कृषि विकास अधिकारी ढाड डॉ. चंद्रप्रकाश ने कहा कि बरसात धान की फसलों के लिए काफी लाभदायक साबित होगी और पैदावार में भी बढ़ोतरी होगी। फसलों में लगी सभी बीमारिया भी दूर हो जाएंगी। किसान फसलों में इस समय ज्यादा मात्रा में पानी न खड़ा करके कम मात्रा में एक इच से ज्यादा पानी खड़ा करे। किसान 21 प्रतिशत वाला आधा किलो जिंक सल्फेट, अढ़ाई किलो यूरिया को 100 लीटर पानी में घोलकर स्प्रे करे, ताकि फसलों में जिंक की कमी दूर हो जाएगी।
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