एसएस की जगह निकला संस्कृत का पेपर
जागरण संवाददाता, जींद : सरकारी स्कूलों में हो रहे मासिक टेस्ट में गलत प्रश्न पत्र पहुंचने क
जागरण संवाददाता, जींद : सरकारी स्कूलों में हो रहे मासिक टेस्ट में गलत प्रश्न पत्र पहुंचने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को भी कई स्कूलों में आठवीं कक्षा के पेपर में सामाजिक विज्ञान का पेपर पहुंचने की बजाय संस्कृत का पेपर पहुंच गया। इस कारण शिक्षकों को खुद पेपर तैयार कर बोर्ड पर प्रश्न लिखकर बच्चों की परीक्षा लेनी पड़ी। सोमवार को आठवीं कक्षा का एसएस का पेपर था।
बाल आश्रम स्कूल में जैसे ही सुबह के समय पेपर पहुंचा और शिक्षक ने उसे बांटने के लिए पैकेट खोला तो वह हैरान रह गया। पैकेट में एसएस का पेपर नहीं था जबकि उसकी जगह छठीं व आठवीं कक्षा के संस्कृत के पेपर मिले। इससे पेपर नहीं लिया जा सका। इसकी सूचना स्कूल मुखिया व डीईईओ कार्यालय को दी गई। बरसात के चलते दूसरी जगह से पेपर भी नहीं मंगवाया जा सका ताकि फोटोस्टेट हो सकती। इसके चलते दोपहर बाद बरसात रुकने पर शिक्षक ने खुद ही पेपर तैयार कर बोर्ड पर बच्चों को प्रश्न लिखकर परीक्षा ली।
बार-बार आ रही दिक्कत
पेपरों के बार-बार बदलने के कारण शिक्षक व विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुछ दिन पहले भी ऐसे ही सरकारी स्कूलों में पेपर गलत बंटने की वजह से विभाग को किरकिरी का सामना करना पड़ा था, लेकिन उससे भी विभाग ने कुछ नहीं सीखा। अधिकारियों ने इतना जरूर कहा था कि संबंधित फर्म को नोटिस दिया जाएगा, लेकिन लगता है कि उस मामले में भी खानापूरी की जा रही है।